
कानपुर.यूपी की कानपुर पुलिस ने एक ऐसे चोर को पकड़ा है, जो अपने पास 70 हजार से एक लाख कीमत तक के दर्जनों मोबाइल रखता था। लेकिन यह जानकर हैरानी होगी कि वो इन मोबाइल का इस्तेमाल बात करने के लिए नहीं, बल्कि टॉर्च जलाने और एफएम पर गाने सुनने के लिए करता था। पकड़े जाने के बाद इस चोर ने कहा-‘मैं एक महीने में केवल 26 दिन चोरी करता था और मेरे पास रुपयों की कोई कमी नहीं है।’ अरवेंद्र रजक नाम के इस युवक पर लूट, चोरी के लगभग 40 मामले अलग-अलग थानों में दर्ज है। उसके कारनामों में पत्नी भी बराबर की सहयोगी है। रात में निकलता था बन-ठन कर, 11 से 5 तक ही करता था चोरी…
– कानपुर पुलिस के हत्थे चढ़ा अरवेंद्र रजक मूलत: मध्यप्रदेश के ग्वालियर का रहने वाला है। पकड़े जाने पर अरवेंद्र ने पुलिस से कहा- चोरी करना उसका शौक है। उसे चोरी के सभी टेक्नीक पता हैं।
– पुलिस को उसके पास से आधा किलो सोने के गहने, 15 किलो चांदी, 74 चांदी के सिक्के, 11 स्मार्टफोन, डेढ़ किलो का डुप्लिकेट चाभियों का गुच्छा, दो बाइक, पिस्टल व 5 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।
ऐसे खपाते थे चोरी के गहने
– एसपी साउथ ने बताया कि अरवेंद्र और उसकी पत्नी के पास से पुलिस को बड़ी बरामदगी हुई है। दोनों चोरी की गई ज्वैलरी को सर्राफा व्यापारियों को बेचते थे।
– इस मामले में पुलिस ने दो सर्राफा व्यापारियों आकाश वर्मा और संजय वर्मा को भी गिरफ्तार किया है। दोनों अरवेंद्र द्वारा दिए गए गहनों को गलाकर बेचने का काम करते थे।
– गिरफ्त में लिए गए दोनों व्यापारियों ने अरवेंद्र के एक और साथी मनोज का नाम लिया है, जो मप्र के भिंड का रहने वाला है। दोनों अच्छे दोस्त हैं।
– मनोज ही वो शख्स है, जिसने अरवेंद्र को उसके अंदर चोरी का हुनर बताते हुए उसे कानपुर आने के लिए कहा था।
पड़ोसी भी थे इस शातिर लुटेरे से अनजान
– एसपी साउथ रवीना त्यागी के मुताबिक, आम जनता के बीच भी रहकर पड़ोस के लोग यह नहीं समझ पाए कि उनके बीच कितना शातिर चोर और लुटेरा रह रहा है।
– अरवेंद्र, पत्नी पूजा उर्फ प्रीती के साथ किराए के कमरे में रहता था। उसने पड़ोसियों को बता रखा था कि वह नाइट ड्यूटी करता है और दिन में सोता है। पूछताछ में अरवेंद्र ने बताया कि वह रोज रात 11 बजे अच्छे कपड़े पहनकर लैपटॉप बैग लेकर निकलता था।
– इस बैग में अरवेंद्र लैपटॉप की बजाए डुप्लिकेट चाभियों का गुच्छा, हथौड़ी और चोरी व लूट को अंजाम देने के लिए बाकी सामान रखता था। सुबह 5 बजे से पहले वह लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद घर लौट जाता था।
ऐसी जगह पर रहते थे किराए से
– पूछताछ में अरवेंद्र ने बताया कि वह हमेशा अलग-अलग जगहों पर पत्नी के साथ किराए का कमरा लेकर रहता था। खासकर उन जगहों पर, जहां से टेम्पो व बस आसानी से मिल जाए।
– उसने बताया कि किसी को उन पर शक न हो, इसलिए दोनों घर से ज्यादा बाहर नहीं निकलते थे। और न ही किसी से ज्यादा बातचीत करते थे।