
लखनऊ। एक तरफ मौसम सर्द था तो दूसरी ओर सधी हुई चाल से विधानभवन की ओर बढ़ रहे जवानों का जोश हाइ। इनके बीच जब युद्ध टैंक टी-90 की गड़गड़ाहट सुनायी दी तो कुछ पल के लिए वहां मौजूद लोगों के रेंगटे खड़े हो गए। गणतंत्र दिवस परेड के फुल ड्रेस रिहर्सल में सेना और सशस्त्र बल के जवानों की तैयारी दिखायी दी। गणतंत्र दिवस परेड के फुल ड्रेस रिहर्सल की तैयारी परखने के लिए मध्य यूपी सब एरिया मुख्यालय के वरिष्ठ सैन्य अफसर सुबह ही विधानभवन पहुंच गए। यहां परेड आगमन से कुछ दिन पहले प्रतीकात्मक रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन का रिहर्सल हुआ।
इसके ठीक बाद राज्यपाल का काफिला पहुंचता है। प्रतीकात्मक रूप से राज्यपाल परेड की सलामी के लिए मंच की ओर बढ़ते हैं। राष्ट्रगान के ठीक बाद चारबाग स्टेशन की ओर से परेड कमांडर की जिप्सी आती हुई दिखती है। परेड कमांडर मंच के सामने से गुजरते ही सलामी देते हैं। इसके ठीक बाद सेना के दो युद्धक टैंक टी-90 परेड की शान बढ़ाते हुए आगे की ओर निकलते हैं। सलामी मंच के सामने से गुजरते समय ही टैंक की नाल को झुकाया जाता है। ठीक इसके पीछे सेना के इंफेंट्री वाहन बीएमपी-2 भी अपनी शक्ति का एहसास कराता है। सेना की एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल और फील्ड रेजीमेंट की आर्टीलरी तोप के साथ पीएमएस ब्रिज सेना की सीमा पर तैयारियों से परिचय कराता है। इसके ठीक पीछे 11 गोरखा राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर की मार्च पास्ट टुकड़ी जोश से लबरेज नजर आयी।
विधान भवन के सामने आते ही टुकड़ी ने सलामी दी। वहीं इसके पीछे सीआरपीएफ की बैंड जहां ल-डाल पर सोने की चिड़िया जैसे गीत पर धुन बिखेर रही थी। एसएसबी के बैंड के बाद सीआरपीएफ की मार्च पास्ट दल ने जब सलामी दी तो उनके बूटों की आवाज दूर तक सुनायी दी। वहीं पुलिस के मार्च पास्ट के बाद महिला पुलिस के दल का कदमताल भी देखते ही बना। होमगार्ड की टुकड़ी ने भी देशभक्ति गीतों की छटा बिखेर कर अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। एनसीसी के तीनों विंग के कैडेटों के दल भी परेड का हिस्सा बने। इसके अलावा गोरखा के पाइप बैंड की कुमाऊंनी गीतों की धुन के बीच होमगार्ड की थंडरबोल्ट टीम हाथ में तिरंगा लहराते हुए विधानभवन के सामने गुजरी।