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कोलंबो: गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा श्रीलंका एक बार फिर मुश्किलों में घिर गया है। खाना-पानी और तेल-गैस की किल्लतों से जूझ रही जनता ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आवास पर कब्जा कर लिया है। इतना ही नहीं राष्ट्र्रपति सचिवालय पर भी हजारों प्रदर्शनकारियों ने अधिकार जमा लिया है। हालात इतने खराब हो गए थे कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को अपने निजी अंगरक्षकों के साथ आवास छोड़कर बाहर भागना पड़ा। अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि गोटबाया राजपक्षे कहां छिपे हैं। इस बीच हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने सभी पार्टियों की आपात बैठक बुला ली है। कई राजनीतिक दलों ने तो गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग की है।
राष्ट्रपति भवन पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा
स्थानीय न्यूजफर्स्ट चैनल के वीडियो फुटेज में कुछ प्रदर्शनकारियों को श्रीलंकाई झंडे और हेलमेट लिए हुए राष्ट्रपति के आवास में घुसते हुए देखा गया। लोग राष्ट्रपति भवन के सामने पिछले कई महीनों से प्रदर्शन कर रहे थे। जब उनका सब्र जवाब दे गया तो उन्होंने समुद्र के सामने राष्ट्रपति सचिवालय और वित्त मंत्रालय के दरवाजे तोड़ दिए और जबरन अंदर घुस गए। इन दोनों जगहों पर तैनात सेना और पुलिस के जवान प्रदर्शनकारियों की इतनी बड़ी भीड़ के सामने झुक गए। हालांकि, श्रीलंकाई रक्षा मंत्रालय का दावा है कि शुक्रवार को बड़े प्रदर्शन की जानकारी होने के बाद राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को उनकी सुरक्षा के लिए आधिकारिक आवास से पहले ही हटा दिया गया था।