
उत्तर प्रदेश में सरकार की बुलडोजर की कार्रवाई (Bulldozer Action) के विरोध में गुजरात के मोरबी में ट्रेन को पलटने की साजिश रची गई थी. इस बात का खुलासा करते हुए राजकोट रेलवे पुलिस ने कहा कि दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने रेलवे ट्रैक पर पत्थरों का ढेर लगा दिया था. उनसे पूछताछ की जा रही है. एक महिला से भी पुलिस पूछताछ कर रही है.
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- रेलवे ट्रैक पर लगा दिया था पत्थरों का ढेर
- इंजीनियर ने देखकर क्लियर कराया था ट्रैक
उत्तर प्रदेश में सरकार के बुलडोजर एक्शन का बदला लेने के लिए गुजरात में ट्रेन पलटने की साजिश रची गई थी. यह साजिश रचने के आरोप में राजकोट रेलवे पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने मोरबी वांकानेर मेमू ट्रेन को पलटने के मकसद से रेलवे ट्रैक पर पत्थर डाल दिए थे.
पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं इस साजिश के पीछे कोई आतंकवादी लिंक तो नहीं है. गुजरात एटीएस भी पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर सकती है. यह साजिश सफल नहीं हो सकी. गनीमत रही कि ट्रेन ट्रैक से गुजरती, इससे पहले रेलवे के इंजीनियर ने ट्रैक पर पत्थरों के ढेर को देख लिया और ट्रेन के आने से पहले ही उसे क्लियर करवाया. इस मामले में खुद रेलवे इंजीनियर की ओर से पुलिस से शिकायत की गई थी.

रेलवे पुलिस इंस्पेक्टर जेके जाला के मुताबिक, इस मामले की शिकायत 12 जून को पुलिस को मिली थी. पुलिस ने वांकानेर के दो लोगों की संदिग्ध हरकतें देख उनसे पूछताछ की. जब सख्ती से पूछा तो पूरी साजिश का खुलासा हो गया. इन आरोपियों के नाम 35 वर्षीय अकबर हुक्को और इसुरा बताए गए हैं.
पुलिस के मुताबिक, जांच में सामने आया कि जो हिंसा यूपी में हुई थी और उसके बाद जिस तरह आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाया गया, उसका बदला लेने के लिए गुजरात के इन आरोपियों ने ट्रेन को पलटने की साजिश रची थी. पुलिस के मुताबिक, अकबर हुक्को के कई रिश्तेदार यूपी में रहते हैं.
Rajkot के investigation officer JK Zala ने कहा कि मामले की सख्ती से जांच की जा रही है. पुलिस ने दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद वांकानेर की एक महिला से भी पूछताछ की है. महिला पहले हैदराबाद में रहती थी. पुलिस का कहना है कि अगर इस दौरान किसी संदिग्ध का पता चलता है तो उसकी भी गिरफ्तारी की जा सकती है. हालांकि पुलिस अब अकबर हुक्का से पूछताछ कर ये भी जानने की कोशिश कर रही है कि साजिश के पीछे कोई आतंकवादी लिंक तो नहीं है. इस मामले में गुजरात एटीएस भी पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर सकती है