
जुमे की नमाज के बाद शुक्रवार को यूपी के कई राज्यों में बवाल फैल गया। अचानक से हजारों की तादात में लोग सड़कों पर उतर आए और पुलिस प्रशासन व राहगीरों के ऊपर पत्थरबाजी करने लगे। बवाल शांत होने के बाद पुलिस ने कई संदिग्धों को उठाया है। वहीं प्रयागराज में हिंसा के पीछे मोहम्मद जावेद उर्फ पंप का नाम सामने आया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
प्रयागराज के अटाला चौराहे पर शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क गई थी एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि खुल्दाबाद थाना में 29 गंभीर धाराओं में 70 नामजद और 5000 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप हिंसा फैलाने का मुख्य आरोपी, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। उन्होंने बताया कि जावेद के मोबाइल फोन में 10 जून को भारत बंद से जुड़ी और लोगों भड़काने वाली सामग्री मिली है।
नाबालिग बच्चों से चलवाए गए पत्थर
प्रयागराज के डीएम संजय खत्री ने बताया कि असामाजिक तत्वों ने पुलिस व प्रशासन की टीमों पर हमला करने के लिए नाबालिग बच्चों का इस्तेमाल किया है. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है. वीडियो फुटेज से पहचान कर गिरफ्तारियां हो रही हैं. उन्होंने बताया कि इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल और फोर्स मौजूद हैं.
jnu में पढ़ रही बेटी पर भी नजर एसएसपी ने बताया कि मोहम्मद जावेद की एक बेटी जेएनयू में पढ़ती है, जो जावेद को राय देने का काम करती है। अगर वह भी इस मामले में दोषी पाई गई तो दिल्ली पुलिस से संपर्क कर अपनी टीमें वहां भेजकर उसे हिरासत में लिया जाएगा।
अवैध संपत्तियों पर चलेगा बुलडोजर
डीएम संजय खत्री ने बताया कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण को गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी भेज दी गई है। जांच में अगर उनकी कोई अवैध संपत्ति या कब्जा पाया जाएगा तो कार्रवाई करते हुए उस पर बुलडोजर चलाया जाएगा। इसके अलावा सभी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
फंडिंग के एंगल की भी होगी जांच
माना जा रहा है कि धर्मगुरुओं, इमाम, पेशइमाम और तमाम आल्हा लोगों से बातचीत की गई थी लेकिन उसके बावजूद हिंसा हुई। आशंका है कि इन्हें कहीं से फंड दिया जा रहा हो। उन्होंने कि इस मामले में हर आरोपी की कुंडली खंगाली जाएगी। वहीं दूसरी ओर एआईएमआईएम कार्यकर्ताओं से हो रही पूछताछ एसएसपी ने बताया कि मामले की पड़ताल के दौरान अभी तक सीधे तौर पर किसी भी राजनीतिक शख्स का नाम सामने नहीं आया लेकिन एआईएमआईएम के कुछ लोगों का नाम सामने आया है, जिनसे पूछताछ चल रही है।