
हरिद्वार: समाजवादी पार्टी के संस्थापक का अस्थि विसर्जन हरिद्वार में हो गया। अखिलेश यादव सहित पूरा परिवार इस दौरान चंडी घाट पर मौजूद रहा। मंत्रोच्चार के साथ मुलायम के मोक्ष की कामना की गई। अखिलेश, डिंपल सहित सभी सदस्यों ने विसर्जन के बाद गंगा में डुबकी लगाई।
सोमवार को इटावा से स्पेशल विमान के जरिए सभी सदस्य देहरादून के जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। फिर यहां से सड़क मार्ग से हरिद्वार तक आए। यहां चंडी घाट पर मुलायम का अस्थि विसर्जन संस्कार किया गया। यादव फैमिली के साथ ही सपा के कई नेता और समर्थक भी हरिद्वार पहुंचे।
मुलायम सिंह यादव का अस्थि विसर्जन पहले हरकी पौड़ी की जगह नीलधारा चंडी घाट नमामि गंगे घाट पर हुआ। गंगनहर सफाई के कारण फिलहाल हरिद्वार में गंगा का प्रवाह बंद है। इस कारण हरकी पौड़ी पर गंगा का जल स्तर बहुत कम है, लेकिन वीआईपी कार्यक्रम को देखते हुए जल प्रवाह खोल दिया जाता है।
रविवार शाम अचानक से प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार कार्यक्रम स्थल बदल दिया गया। नेताजी की अस्थियां नीलधारा में विसर्जित हुईं। अखिलेश यादव ने जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडेय को फोन कर कार्यक्रम चंडी घाट पर आयोजित करवाने के निर्देश दिए। इसके बाद यहां पर कार्यक्रम की तैयारी कर ली गई।
गौरतलब बात है कि सम्भवतः ऐसा पहली बार हो रहा होगा कि किसी वीआईपी शख्स की अस्थियां हरकी पौड़ी पर विसर्जित नहीं हो रही हैं। अस्थि विसर्जन का कार्यक्रम या तो हरकी पौड़ी या फिर वीआईपी घाट पर होता आया है। गंगा और गंगनहर को लेकर समय-समय पर ब्रह्म कुंड और नीलधारा के बीच में तर्क-वितर्क होता रहा है।