
दुबई। सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन ने शुक्रवार को उत्तरी शहर होदेदा में यमन के हाउती विद्रोहियों द्वारा चलाई जा रही जेल को निशाना बनाकर हवाई हमले किए। इस हमले में 100 से अधिक कैदी हताहत हो गए। हताहतों की संख्या और बढ़ सकती है। हमले में संचार केंद्र को भी निशाना बनाया गया। इसी केंद्र से यमन में इंटरनेट व्यवस्था मुहैया कराई जाती है। इस केंद्र पर हाउती विद्रोहियों का कब्जा है। इस हमले के बाद इंटरनेट व्यवस्था ठप हो गई।
गठबंधन सेना ने हमले की जिम्मेदारी ली है। गौरतलब है कि हाउती विद्रोहियों और सऊदी अरब की अगुआई वाली गठबंधन सेना के बीच लंबे वक्त से संघर्ष जारी है। सन 2015 में इस संघर्ष की शुरुआत यमन की राजधानी सना पर हाउती विद्रोहियों के कब्जा के बाद हुई थी। इसके बाद से लगातार संघर्ष चल रहा है। इसी साल सऊदी गठबंधन सेना ने हाउती विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की थी। इसके बाद विद्रोहियों ने भी अरब देशों पर पलटवार किया था।
भारत ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबूधाबी में गत दिनों आम लोगों एवं बुनियादी ढांचों पर हुए ड्रोन हमलों की कड़ी निंदा की है। भारत ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का खुला उल्लंघन करार दिया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने बलपूर्वक कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) को आतंकवाद के ऐसे जघन्य कृत्यों के खिलाफ स्पष्ट संदेश देने के लिए एकजुट होना चाहिए।
यूएनएससी में पश्चिम एशिया पर चर्चा शुरू करते हुए टीएस तिरुमूर्ति ने गुरुवार को कहा था कि भारत, यूएई के साथ खड़ा है। यूएई ने अबूधाबी में हुए आतंकी हमलों के संबंध में यूएनएससी की बैठक का अनुरोध किया था। तिरुमूर्ति ने वेस्ट बैंक, यरूशलम एवं गाजा में हाल के घटनाक्रम पर भी गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हाल के हफ्तों में आम नागरिकों पर हिंसक हमले बढ़े हैं।