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रॉयल कैफे व रेस्टोरेंट में चल रहे अवैध हुक्का बार में पुलिस ने छापा मारा तो अंदर का दृश्य देखकर हैरान हो गए। पुलिस ने यह कार्रवाई घरवालों की शिकायत पर की थी।
सर, कैंपवेल रोड स्थित रॉयल कैफे व रेस्टोरेंट हमारे बच्चों को नशेड़ी बना रहा है…। वहां अवैध रूप से चोरी छिपे हुक्का बार चलता है…। कुछ नाबालिग लड़कों के घरवालों की तरफ से की गई इस शिकायत पर ठाकुरगंज पुलिस ने जब रविवार रात रेस्टोरेंट में छापा मारा तो नजारा देख पुलिस वाले भी हतप्रभ रह गए।

वहां जितने वयस्क थे उतने ही नाबालिग हुक्का गुड़गुड़ाते दिखे। पुलिस ने 15 वयस्कों, 16 नाबालिगों के साथ रेस्टोरेंट के दोनों संचालकों को मौके पर दबोच लिया। इसके साथ ही हुक्का, चिलम, तंबाकू और फ्लेवर भारी मात्रा में बरामद किया।
प्रभारी निरीक्षक ठाकुरगंज हरिशंकर चंद के मुताबिक कैंपवेल रोड पर रॉयल कैफे व रेस्टोरेंट चलता है। इसके संचालक रितेश कुमार बाथम और गुलफाम उर्फ गोलू हैं। इस रेस्टोरेंट में चोरी से हुक्का बार चलाया जा रहा था, जिसमें नाबालिगों को भी हुक्का परोसा जा रहा था। कुछ नाबालिग बच्चों के घरवालों की शिकायत पर छापा मारकर कार्रवाई की गई।
मौके पर मिले सभी नाबालिगों के घरवालों को बुलाकर बच्चों को उनके सुपुर्द कर दिया गया, वहीं 15 वयस्कों का शांति भंग में चालान कर दिया। रायल कैफे व रेस्टोरेंट की आड़ में हुक्का बार चलाने वाले रितेश कुमार बाथम, गुलफाम उर्फ गोलू को गिरफ्तार करते हुए इनके खिलाफ धारा 144 का उल्लंघन, जालसाजी व संक्रमण फैलाने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। दोनों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। वहीं, हुक्का पीते पकड़े गए 15 लोगों ने एसीपी कोर्ट से जमानत कराई है।
फ्लेवर के मुताबिक तय होता था रेट
पुलिस के मुताबिक रेस्टोरेंट संचालकों ने पूछताछ में बताया कि हुक्के में फ्लेवर के हिसाब से पैसा वसूलते थे। सबसे कम 450 रुपये मगही, सुपारी और डबल मिंट का दाम है। वहीं अन्य फ्लेवर के दाम भी 550 से लेकर 750 के बीच में है। एक टेबल पर एक हुक्का लगाया जाता था, जिसमें फ्लेवर के हिसाब से दाम रखा जाता था। एक टेबल पर पांच से आठ युवक बैठते थे। मौके पर छह हुक्का, पाइप, चिलम, तंबाकू पैकेट, फ्लेवर के पैकेट बरामद हुए।