
Kanpur School Kalma Vivad: जानकारी मिल रही है कि फिलहाल स्कूल बंद कर दिया गया है और जांच में पाया गया है कि स्कूल नियम-कानूनों को ताक पर रखकर चलाया जा रहा है…
Network Today
Mon, 01 Aug 2022-4:17pm
कानपुर के एक निजी स्कूल में बच्चों को पढ़ाया जा रहा कलमा, परिजनों ने वीडियो बनाकर किया वायरल ,PFI से संबंध का आरोप
कानपुर। कानपुर जिले के पीरोड स्थित एक निजी स्कूल में सुबह के समय कलमा पढ़ाने को लेकर अभिभावकों और बजरंग दल ने जमकर हंगामा किया है। स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर शासन से उसे बंद करवाने की मांग की गई है। मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत कराया।
कानपुर शहर के एक स्कूल में प्रार्थना के दौरान बच्चों को कलमा पढ़ाने का आरोप लगा है। स्कूल प्रशासन का कहना है कि बच्चों को सभी धर्मों की वंदना कराई जाती थी।
वहीं प्रार्थना के दौरान कलमा पढ़वाने के मामले को बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल स्कूल में पहुंचकर अभिभावकों के साथ शिकायत की।
वहीं स्कूल की प्राचार्य का कहना है कि स्कूल की डायरी में सभी धर्मों की प्रातः वंदना है, जिसे सभी बच्चों को कराया जाता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो पिछले कई वर्षों से चलती आ रही है, जिसमें किसी भी अभिभावक की ओर से आपत्ति नहीं जताई गई है।
स्कूल डायरी में प्रकाशित है कलमा, अभिभावक बोले- भारतीय संस्कृति के विरुद्ध्
आज आपत्ति जताने का मामला जब सामने आया तो स्कूल प्रशासन द्वारा इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए वार्ता करके इस बात का आश्वासन दिया गया है कि भविष्य में स्कूल में किसी भी तरह की प्रार्थना नहीं होगी बल्कि सिर्फ राष्ट्रगान बच्चों को प्रार्थना में करना होगा।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्कूल पर छिड़का गंगाजल
गौरतलब है कि कानपुर के फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों को कलमा पढ़ाए जाने का मामला सामने आने के बाद जमकर हंगामा हुआ. इसकेब बाद बीजेपी कार्यकर्ता स्कूल पहुंच गए और कैंपस के बाहर बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. वहीं, बीजेपी पार्षद महेंद्र शुक्ला दद्दा ने स्कूल में गंगाजल का छिड़काव कर उसका शुद्धिकरण किया. इस दौरान स्कूली बच्चों ने बताया कि उन्हें रोजाना स्कूल प्रेयर में कलमा पढ़ाया जाता था. जो बातें पढ़ाई जाती थीं, उसका उन्हें शाब्दिक अर्थ नहीं मालूम है.
स्कूल में प्रार्थना पर लगी रोक
स्कूल प्रबंधक अंकिता इस बात के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को भी आश्वस्त किया कि भविष्य में किसी भी धर्म की प्रातः वंदना नहीं होगी। इस पूरे मामले में बच्चे के अभिभावक का कहना है कि उन्होंने अपने बच्चे को कई स्कूलों में पढ़ाया, लेकिन ऐसा किसी भी स्कूल में नहीं है जहां कलमा उन्हें पढ़ाया जाए। उन्होंने मामले में कार्रवाई की मांग की है। हंगामे और विरोध की आवाज जब पुलिस के पास पहुंची तो मौके पर एसीपी सीसामऊ निशांत शर्मा पहुंचे ।
उनके साथ में एसीएम ए सरोज भीं मौजूद रहे। निशांत शर्मा ने कहा कि उन्होंने इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए जब स्कूल प्रशासन से बात हुई तो स्कूल प्रशासन ने प्रार्थना को रोक दिया हैं वहीं पूरे मामले पर एसीएम का कहना है कि अगर कोई अभिभावक लिखित शिकायत देता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।