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कानपुर। कानपुर में नौबस्ता के मछरिया के रहने वाले एक युवक को नौकरी दिलाने के नाम पर मानव तस्करों ने उसके साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। रोजगार दिलाने के नाम पर पहले तो भिखारी गैंग ने उसे अगवा कर लिया उसके बाद हाथ-पैरों को जख्मी कर आखों में केमिकल डाल दिया। जिससे उसकी आंखों की रोशनी चली

मानव तस्करों की ज्यादती यहीं नहीं रुकी, युवक के शरीर को कई जगह गर्म लोहे की रॉड से दागा। चापड़ से चेहरे में कई जख्म किए। इतनी यातनाएं दी गईं कि रूह तक कांप जाए। फिलहाल नौबस्ता पुलिस ने FIR दर्ज कर आगे की जांच पड़ताल शुरु कर दी है। डॉक्टरों की मानें तो पीड़ित युवक को गहरा सदमा लगा है। अभी तक वो सदमे से उभर नहीं सका है। अपनों के बीच भी वो खुद को सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा है।
सुरेश की ओर से जानकारी दी गई कि वह रोज काम के लिए किदवई नगर लेबर मंडी में जाता था। तकरीबन छह माह पहले गुलाबी बिल्डिंग के पास रहने वाले विजय से उसकी मुलाकात हुए। विजय ज्यादा पैसे दिलाने की बात कहते हुए उसे अपने साथ ले गया। सुरेश को झकरकटी के पास एक महिला के यहां ले जाया गया। यहां उसके हाथ-पैर बांधकर तीन-चार दिन छत पर ही रखा गया। दो दिनों तक वहां उसे सिर्फ एक रोटी और पानी ही दिया जाता था। उसके आंखों पर पट्टी बांध दी गई और मुंह में कपड़ा ठूंस दिया गया। यहां से उसे मछरिया ले जाया गया और वहां 12 दिनों तक छत पर रखकर पिटाई की गई। इस बीच जब वह सो रहा था तो उसकी आंख में केमिकल डालकर आंख फोड़ दी गई। किसी तरह से छह माह बाद वह भागने में सफल रहा। मामले को लेकर एसीपी गोविंद नगर ने जानकारी दी कि काम दिलाने के बहाने सुरेश मांझी के साथ हुई इस घटना की जानकारी मिली है। विजय नाम का व्यक्ति उसे अपने साथ लेकर गया था। सुरेश मांझी की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर महिला, विजय और राज की तलाश की जा रही है।