
कानपुर। सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की कराचीखाना शाखा में लॉकर खाली निकलने का सिलसिला थम नहीं रहा है। अबतक दो सौ लाकरों को खुलवाने के बाद बुधवार को दो और लाकर खाली निकले हैं। अबतक कुल नौ लाकरों से सवा तीन करोड़ के जेवर चोरी हो चुके हैं। बुधवार को खाली मिले दो लाकरों से तरकीबन साठ लाख के जेवर गायब हैं। बुधवार को लाकर खाली देखकर पीड़ित बैंक ग्राहकों के आंखों से आंसू निकल आए। लाकरों से ज्वैलरी गायब होने से गुस्साए ग्राहकों ने हंगामा किया, पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है।
सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की कराची खाना शाखा में 14 मार्च को श्यामनगर निवासी मंजू भट्टाचार्य के 30 लाख रुपये के जेवर लाकर से गायब मिले थे। 28 मार्च को बिरहाना रोड निवासी सीमा गुप्ता ने 20 लाख रुपये के जेवर चोरी होने का मुकदमा दर्ज कराया। सोमवार को रानीघाट की शकुंतला देवी के 30 लाख के जेवर गायब मिलेे जबकि जनरलगंज के किराना कारोबारी पंकज गुप्ता के लाकर का ताला नहीं खुला था। लाकर तोडऩे के लिए बैंक ने उन्हें मंगलवार सुबह साढ़े दस बजे बुलाया था। शाम साढ़े चार बजे पंकज के लाकर का ताला टूटा तो 25 लाख रुपये के जेवर गायब थे। शांतिनगर निवासी कपड़ा कारोबारी विजय महेश्वरी और उनके बेटे वैभव के लाकर से 25 लाख के जेवर गायब मिले थे। ओमपुरवा लाल बंगला की मीना यादव और सिविल लाइन की निर्मला तहलियानी के लाकर तोड़े गए तो चांदी के जेवरात छोड़कर सोने के जेवर गायब मिले थे। मीना के लाकर में 80 लाख से एक करोड़ रुपये तक के जेवर होने का अनुमान है। निर्मला के लाकर में भी करीब 35 लाख रुपये के जेवर थे।
इसी तरह बुधवार को भी बैंक पहुंचे ग्राहकों ने अपने लाकर खोले तो दो और लाकर खाली मिले हैं। एक लॉकर में तकरीबन 60 लाख के जेवरात थे। लाकर से जेवर गायब होने पर पीड़ितों ने हंगामा किया। बुधवार को करीब 57 लाकर खोले गए और 14 मार्च से अबतक करीब 200 लॉकर चेक किए जा चुके हैं। इसमें से 9 लॉकर से जेवरात चोरी हुए हैं, जिनका मूल्य सवा तीन करोड़ रुपये बताया जा रहा है।