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भारतीय गोर्खा परिसंघ ने स्वतंत्रता सेनानी शहीद मेजर दुर्गा मल्ल को 79वी श्रद्धांजलि दी

पूरे देश में भारतीय गोरखा परी संघ नेस्वतंत्रता सेनानी शहीद मेजर दुर्गा मल्ल बलिदान दिवस मनाया

 

जी पी अवस्थी, Network Today

कानपुर ,यूपी। 25 अगस्त 2023को स्वतंत्रता सेनानी शहीद मेजर दुर्गा मल्ल बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। नानाराव पार्क में स्वतंत्रता सेनानी शहीद मेजर दुर्गा मल्ल जी के स्मरण में 79वीं भावभीनी श्रद्धांजलि दी गईं।

,इस श्रद्धांजलि सभा मे भारतीय गोर्खा परिसंघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल थापा ने कहा हमे गर्व है कि हमारे समुदाय से उनके जैसे वीर सपूतों ने देश की आजादी के लिए बलिदान दिया है उन्हें शत शत नमन। भारतीय गोरखा परिसंघ 25 अगस्त के दिन को बलिदान दिवसके रूप में मनाता आ रहा है।

आईये जानते है कि शहीद मेजर दुर्गा मल्ल जी कौन थे –

शाहीद मेजर दुर्गा मल्ल जी ने भारत की आजादी के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। इंडियन नेशनल आर्मी (आईएनए) में भारतीय गोर्खा जातीय समूह से पहले गोर्खा सैनिक थे। नजर मल्ला जी नेपाली मूल के भारतीय नागरिक थे उनका जन्म देहरादून के पास डोईवाला में 1 जुलाई 1913 में हुआ था।

नायब सूबेदार गंगा राम मल्ला व पार्वती देवी के ज्येष्ठ पुत्र थे। 1930 में, मल्ला जी महात्मा गांधी की अग्रणी दांडी मार्च के माध्यम से आजादी के लड़ाई मे शामिल हुये तब मल्ला कक्षा नौ में थे। इसके साथ ही खड़का बहादुर विष्ट जैसे कई गोरखा भी सम्मिलित हुए। उस समय अंग्रेजों के खिलाफ जनता में हर जगह विस्फोट था।

1431 में जब वे 18 वर्ष के थे उन्होंने धर्मशाला में 2/1 गोरखा राइफल्स में दाखिला लिया और आजाद हिंद फौज में शामिल हो

1942 में मल्ला जी के कर्तव्य और वीरता व देश भक्ति अन्य कौशल को देखकर आईएनए ने उन्हें मेजर के पद पर सम्मानित किया और उन्हें आईएनए की खुफिया शाखा में काम करने के लिए कहा गया। जब वे दुश्मन शिविरों के बारे में जानकारी एकत्र कर रहे थे तब उन्हें 27 मार्च को कोहिमा में पकड़ा गया. 1944 लाल किला, नई दिल्ली में ट्रायल के न्यायालय द्वारा मीत मल्ता

पारी का फांसी की सजा दी गई। मेजर दुर्गा मल्ला जी को ब्रिटिश अधिकारियों ने जबरदस्ती राजद्रोह कबूल करवाया। उनकी

पत्नी को जल की कोठरी में लाया गया यातनाएँ दी गयी लेकिन मल्ला दबाव के आगे झुके नहीं।

शहीद मेजर दुर्गा मल्ला जी को अंततः 25 अगस्त 1944 मे फाँसी दे दी गयी।

बलिदान दे रहा हूँ ये व्यर्थ में नहीं जायेगा भारत आजाद हो जाएगा मुझे पूरा भरोसा है। शारदा तुम चिंता मत करो, लाखों हिंदुस्तानी तुम्हारे साथ है ” मल्ला जी के ये अंतिम शब्द थे। लाजी का सम्मान करने के लिए 2004 में कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी, भैरासिंह शेखावत उपराष्ट्रपति, लोकसभा सोमनाथ चटर्जी, विपक्ष के नेता श्री लाल कृष्ण आडवाणी जी व अन्य गणमान्य व्यक्तियों के बीच मे तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संसद भवन परिसर में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया था जिसमें भारतीय गोर्खा परिसंघ ने इस पक्ष को ही तार्किक ढंग से रखा था और एक बड़ी भूमिका निभाई थी।

पूरे देश में सभी जगह शहीद मेजर दुर्गा मल्ला जी को  भारतीय गोरखा परी संघ  ने  दी श्रद्धांजलि । देखिये ये ये तस्वीरे👇

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

इस स्वतंत्रता सेनानी शहीद मेजर दुर्गा मल्ल जी को 79वीं भावभीनी श्रद्धांजलि देने वालो में भारतीय गोर्खा परिसंघ के अनिल थापा (प्रदेश अध्यक्ष) ,डीबी थापा(दुर्गेश) ,गोपाल आले, कुल बहादुर थापा, छवि लाल पुन , श्रीमती एच. के. थापा (उमा) जिला अध्यक्षा ,दुर्गा सिंह (वरिष्ठ उपाध्यक्ष), सुख रानी (उप सचिव),सुमित्रा थापा, ज्ञानेंद्र थापा, धन बहादुर थापा, चुन्नी राणा ,विमल सिंह, कृष्णा थापा ,नितिन क्षेत्री ,श्रीमती तुलसा गुरंग, कृष्णा थापा ,निंजा थापा, शिवेंद्र सिंह, शीतल थापा,दिला थापा ,ज्योति थापा ,बी बी गुरंग आदि मौजूद रहे।

 

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