
IB New Director: भारत सरकार ने तपन कुमार डेका (Tapan Kumar Deka) को खुफिया विभाग का नया डायरेक्टर नियुक्त किया है. तपन डेका हिमाचल प्रदेश कैडर के 1988 बैच के IPS अधिकारी हैं और पिछले काफी समय से इंटेलिजेंस ब्यूरो में तैनात
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भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी तपन कुमार डेका खुफिया एजेंसी Intelligence Bureau का नया चीफ बनाया गया है. शुक्रवार को केंद्र सरकार ने तपन कुमार डेका (Tapan Deka) को आईबी का नया निदेशक नियुक्त किया. केंद्रीय कैबिनेट (PM Narendra Modi Cabinet) की नियुक्ति समिति ने तपन कुमार डेका को इंटेलिजेंस ब्यूरो के नए निदेशक के रूप में नियुक्त करने को मंजूरी दी है.
हिमाचल प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी डेका 30 जून को पदभार ग्रहण करेंगे और अगले दो साल तक इस पद पर रहेंगे.
आइए जानते हैं, कौन हैं तपन कुमार डेका, इंटेलीजेंस ब्यूरो के निदेशक पद के लिए कैसे वे एक योग्य अधिकारी हैं और अबतक कौन सी बड़ी भूमिकाएं निभा चुके हैं….
कहां-कहां किया है काम
तपन कुमार डेका से पहले 1984 बैच के असम-मेघालय कैडर के अधिकारी अरविंद कुमार डायरेक्टर थे, जिन्हें दो साल सेवा के बाद जून 2021 में एक साल का सेवा विस्तार यानी 30 जून 2022 तक के लिये दिया था. 30 जून 2022 को तपन डेका खुफिया विभाग के डायरेक्टर का पद संभालेगे.
समंत कुमार गोयल का कार्यकाल बढ़ा
तपन डेका के अलावा रॉ (R&AW) के सेक्रेटरी समंत कुमार गोयल को फिर से एक साल का सेवा विस्तार दिया है. समंत कुमार गोयल 1984 बैच के पंजाब कैडर के अधिकारी है और सरकार ने पिछले साल खुफिया विभाग के पूर्व डायरेक्टर अरविंद कुमार के साथ ही एक साल का सेवा विस्तार दिया था.
सरकार को है समंत पर भरोसा
समंत कुमार गोयल को फिर से एक साल का एक्सटेंशन मिलना बताता है कि सरकार का उनमें काफी भरोसा है और जिस तरह के पाकिस्तान और अफ्गानिस्तान में हालात बने हुये हैं उन्हें देखते हुये सरकार ने फिर से एक साल का सेवा विस्तार दिया है. समंत कुमार गोयल को अफगान और पाकिस्तान मामलो का एक्सपर्ट माना जाता है और NSA अजीत डोवाल और गृह मंत्री अमित शाह का बेहद खास भी माना जाता है.
आतंकवाद पर तपन ने किया है काम
दूसरी तरफ तपन डेका के खुफिया ब्यूरो के डायरेक्टर बनाने के पीछे उनके इस्लामिक कट्टरवाद और पीएफआई जैसे संगठनों की अच्छी समझ है. तपन डेका उत्तर पूर्व के रहने वाले है और धार्मिक कट्टरवाद जिसमें खास तौर पर इस्लामिक संगठनों और पीएफआई के अलावा कश्मीर में होने वाले आतंकी घटनाओं और उनके पीछे के संगठनों की अच्छी समझ है. तपन डेका फिलहाल ऑपरेश्न डेस्क संभाल रहे थे और पिछले कई सालों से आतंकवाद और उनके पीछे के संगठनों पर काम कर रहे थे.