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जम्मूकश्मीर।दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकी को मारे गए हैं। मुठभेड़ पुलवामा के दुजान गांव में हुई। सुरक्षा बलों को यहां कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद सेना और पुलिस की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी की। खुद को घिरता देख आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग कर दी। इस मुठभेड़ में दो दहशतगर्द का सफाया हो गया है।
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि पुलवामा मुठभेड़ में दो आतंकी मार गए हैं। इनमें से एक की पहचान माजिद नजीर के तौर पर हुई है। आतंकी माजिद जैश-ए-मोहम्मद के साथ जुड़ा था और सब इंस्पेक्टर फारूक मीर की हत्या में शामिल था।
20 दिनों में दहशतगर्दों के खिलाफ 15 ऑपरेशन
जून में 20 दिनों में दहशतगर्दों के खिलाफ 15 ऑपरेशन चलाए गए। इनमें सात पाकिस्तानी समेत 27 आतंकियों का सफाया किया गया। सीमा पार हैंडलरों के इशारे पर काम कर रहे आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है। इसके 19 आतंकी मारे गए।
आतंकियों के पारिस्थितिकी तंत्र पर चोट
घाटी में आतंकियों के खिलाफ ही अभियान नहीं चल रहा, बल्कि आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए उनके पारिस्थितिकी तंत्र पर चोट की जा रही है ताकि बंदूक उठाने के लिए युवाओं को कोई बरगला न सके। इसी रणनीति के तहत जमात से जुड़े स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है। आरोप है कि इन स्कूलों से हिंसा का दुष्चक्र रचा जाता रहा है। वर्ष 2008, 2010 व 2016 की हिंसा में इन स्कूलों की भूमिका को एसआईए की जांच में संदेह के घेरे में रखा गया है।