
ज्ञान प्रकाश अवस्थी
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो भी रैली की उसमे जो मंत्र कार्यकर्ताओ और मतदाताओं को दिया था उसे लोगो ने ध्यान से सुना और चुनाव में सिद्ध करके दिखाया दिसंबर में गंगा एक्सप्रेस वे के शिलान्यास के दौरान पहली बार उन्होंने यूपी प्लस योगी बहुत है
उपयोगी का पाठ पढ़ाया था उत्तर प्रदेश के परिणाम ने साबित कर दिया ना तो मोदी मैजिक कम हुआ है ना लहर का असर है और ना यूपी में योगी की उपयोगिता कम हुई है मुख्यमंत्री योगी स्वशासन की पतवार चलाते रहे और 37 वर्ष बाद यूपी में पूर्ण बहुमत की सरकार की ऐतिहासिक जीत दर्ज हुई वही काफी हाथ पैर मारने के बाद भी समाजवादी पार्टी मजेदार में अटक गई जबकि बसपा और कांग्रेस हमको देखा कर पूरी तरह दुखी नजर आई पंजाब में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी यहां खाता भी नहीं खोल सकी वही 2017 की मोदी लहर में भाजपा अपने नारे मोदी है तो मुमकिन है योगी हैं तो यकीन है पर डटी रही लड़की रही हो प्रणाम आप सबके सामने यह बात सही है कि भाजपा के लिए इस चुनाव में चुनौतियों का पहाड़ बहुत ऊंचा था । 2007 में बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार का किला 2012 में समाजवादी ने पलट दिया था। वही 2017 में तत्कालीन सपा सरकार के प्रति नाराजगी जाने सत्ता विरोधी लहर ने मोदी लहर के ब्रेक को और मजबूत किया और चुनाव में सत्ता विरोधी लहर का खतरा भाजपा के साथ था। भाजपा का डबल इंजन का विजय रथ गुरुवार सुबह पोस्टल बैलट और फिर ईवीएम में वोटों की गिनती से निकले रुझान से उम्मीदों के ट्रैक में छोड़ा तो गर्म होने के साथ रफ्तार बढ़ता गया और विपक्ष के सपनों पर शिमला की भर्ती के परिणाम आते-आते पूर्ण बहुमत के साथ छोड़ दिया कांग्रेस की एकमात्र गांधी वाड्रा ने “लड़की हू लड़ सकती हूं ” के नारे का भी जादू नहीं चल पाया।कानपुर मंडल में इटावा, औरैया, फर्रुखाबाद व कन्नौज जिलों को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का जो गढ़ माना जाता है। पिछले दो चुनाव से इस इलाके में भी भाजपा ने बढ़त बना रखी है। हालांकि इटावा के जसवंत नगर सीट पर प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव का कब्जा बरकरार है।