
Neywork Today
श्रीनगर,08 जुलाई 2022
जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से 13 लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा कई लोग लापता हो गए हैं. एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी।
अमरनाथ गुफा के पास बादल फटा
हादसे में 13 श्रद्धालुओं की मौत, 40 लोग लापता
भारतीय सेना और NDRF की टीमें रेस्क्यू में जुटीं
जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे अमरनाथ की गुफा के पास बादल फट गया. इसमें 13 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा कई 40 लोग लापता भी हैं. भारतीय सेना के नेतृत्व में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें देर रात राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.
बादल फटने के बाद सैलाब टैंटों के बीच से बहने लगा था, जिसके बाद श्रद्धालुओं के बीच हाहाकार मच गया. इसकी चपेट में कई लोग आ गए थे. राहत और बचाव कार्य में जुटीं हुई हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे सुरक्षाकर्मियों ने दावा किया है कि हालात काबू में हैं और काफी लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है.
वही सुरक्षाबलों का ये भी कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, यहां बालटाल के रास्ते पर भी आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीम लगाई थीं. ये टीमें वहां मौजूद सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने की कोशिश में जुट गईं. एनडीआरएफ, प्रशासन और श्राइन बोर्ड की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किए जा चुके हैं.
#WATCH | J&K: Visuals from lower reaches of Amarnath cave where a cloud burst was reported. Rescue operation underway by NDRF, SDRF & other agencies
(Source: ITBP) pic.twitter.com/o6qsQ8S6iI
— ANI (@ANI) July 8, 2022
भौगोलिक स्थिति और ऊंचाई होगी चुनौती: DG, NDRF
रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर क्या चुनौती होगी इसको लेकर उन्होंने बताया कि रेस्क्यू को लेकर चुनौती मौसम की है. वहां की भौगोलिक स्थिति और ऊंचाई की भी चुनौती होगी, लेकिन हमारे जवान काफी प्रशिक्षित हैं. उन्हें कोई समस्या नहीं होगी. वहीं एनडीआरएफ हेल्पलाइन नंबर जारी करेगी या नहीं, इस पर डीजी गढ़वाल ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर राज्य सरकार का होता है. श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड नंबर जारी करेगा. हम उनके साथ काम करेंगे. हालांकि बाद में एनडीआरएफ समेत प्रशासन और श्राइन बोर्ड की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए थे.
शुक्रवार को करीब 8-10 हजार लोग यात्रा में शामिल थे. देर शाम अमरनाथ गुफा के पास ही बादल फट गया. रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़ी जानकारी के लिए आजतक ने एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल से भी बात की. उन्होंने बताया कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से करीब 13 लोगों की मौत हो गई. अतुल करवाल के मुताबिक, बादल फटने की सूचना मिली थी, तब एक टीम पवित्र गुफा के पास ही मौजूद थी. हमने आस-पास तैनात टीमों को भी वहां रवाना कर दिया गया है।
रेस्क्यू के बाद लोगों को कहां ले जाया जाएगा, इसके जवाब में उन्होंने बताया कि वहां काफी कैंप हैं, रेस्क्यू के बाद लोगों को वहीं लेकर जाएंगे. पैरामिलिट्री के जवान भी हैं. वहां हैलीपेड भी हैं. घायलों को वहां से भेजा जाएगा. मौसम खराब होने की वजह से घायलों को सुरक्षित यात्रा करवाने के लिए जम्मू कश्मीर की पुलिस भी रहती है. बीएसएफ, सीआरपी की मेडिकल टीमें भी वहां मौजूद हैं.
कितने लोग लापता, अभी नहीं कह सकते: ITBP
आईटीबीपी के पीआरओ विवेक पांडेय के मुताबिक, यहां मौजूद श्रद्धालुओं को पहले ही जानकारी दे दी गई थी कि वो वहां से चले जाएं क्योंकि अचानक तेज बारिश होने लगी थी. साथ ही यात्रा को अस्थायी तौर पर रोक दिया गया था. जहां ये घटना हुई है, इसे लोअर होली केव बोलते हैं. बीते साल भी इसी तरह पानी आया था. इसलिए हमारे जवान पहले से ही अलर्ट पर थे.
उन्होंने बताया कि इलाके में कई टैंट बह गए. अभी जानकारी नहीं मिल पाई है कि कितने लोग लापता हैं. जानकारी के मुताबिक, पानी के बहाव के बीच में 30-40 टेंट आ गए थे. हम लोग स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. दरअसल नेटवर्क की भी दिक्कत सामने आ रही है.
वहां कितने लोग थे, इस पर आईटीबीपी के पीआरओ ने बताया कि यहां 80-100 टेंट थे, जिनमें 4-6 लोग हर टेंट में थे. उन्होंने बताया कि वही लोग इसकी जद में आए होंगे, जो संभल नहीं पाए होंगे. उन्हें पहले ही लाउडस्पीकर के द्वारा बता रहे थे कि वो कहीं और चले जाएं.
पीएम मोदी ने घटना पर जताया दुख
अमरनाथ गुफा के पास हुई इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “श्री अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से व्यथित हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. राज्यपाल मनोज सिन्हा जी से हालात का जायजा लिया है. बचाव और राहत कार्य जारी है. प्रभावितों को हर संभव मदद प्रदान की जा रही है.”
पीएम नरेंद्र मोदी के साथ ही लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह समेत कई लोगों ने दुख जताया है।
साभार- A N I