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जी पी अवस्थी
कानपुर ,यूपी । 12 अगस्त 2023, आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में लघुशस्त्र निर्माणी के क्रीड़ा स्थल पर आयुध निर्माणी कानपुर, फील्ड गन फैक्ट्री कानपुर, लघु शस्त्र निर्माणी कानपुर के रक्षा उत्पादों की एक संयुक्त प्रदर्शनी, आत्मनिर्भर भारत के पहल के तहत लगाई गई।
जो 13 एवं 14 अगस्त को आम जनमानस के लिए सुबह 10:00 बजे से शाम को 5:00 बजे तक खुली रहेगी, दीप प्रज्वलित कर प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड के सीएमडी राजेश चौधरी जानकारी देते हुए बताया कि18 अगस्त को देखने में बेहद खूबसूरत व हल्की “प्रबल”.32 रिवाल्वर को लांच किया जाएगा एवं 52 कैलीबर धनुष तोप की मारक क्षमता में भी विस्तार कर लिया गया है

रक्षा उत्पाद तैयार करने वाली कंपनी- एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड को 6000 करोड़ रुपये को रक्षा उत्पादों को तैयार करने का आर्डर मिला है। इसके लिए कंपनी के कर्मियों व अफसरों ने बहुत तेजी के साथ काम शुरू कर दिया है। वहीं, एक खास बात यह भी है कि 450 करोड़ रुपये के आर्डर बाहर से मिले हैं जिसमें ज्यादातर यूरोपीय देशों से हैं। इसके अलावा देश के रक्षा मंत्रालयों से जुड़े संस्थानों में भी यहां के उत्पाद जल्द दिखेंगे।
उन्होंने बताया, कि ज़ब रक्षा क्षेत्र में कॉरपोरेट कल्चर नहीं था, तब 4500 करोड़ के रक्षा उत्पादों के आर्डर हमारे पास थे। लेकिन जब व्यवस्था बदली और हमने कॉर्पोरेटाइज होकर काम शुरु किया तो हमें 6 हजार करोड़ रुपये के आर्डर मिल गए।
पिछले दो सालों में करीब 35 फीसद अधिक आर्डर मिले हैं। इसी तरह उन्होंने बताया, कि आगामी छह माह में ढाई हजार करोड़ रुपये के आर्डर मिलने की पूरी संभावना है, उन्होंने यह भी बताया कि आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर ड्रोन आधारित वेपंस तैयार कराएंगे।
इस मौके पर निर्देशक एके मौर्या, विश्वजीत प्रधान, सुशील सिन्हा, कार्यकारी निदेशक अजय सिंह, आलोक कुमार, राजीव शर्मा, महाप्रबंधक संदीप कन्हाई,आरके सिंह, सुधीर प्रसाद प्रदर्शनी के संयोजक अरुण कस्तवार, सौरभ मिश्रा, अनुज तिवारी, आदि के साथ निर्माणी के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे l
इन आंकड़ों को देखें:
– कार्पोरेटाइज न होने से पहले कुल आर्डर थे: 4500 करोड़ रुपये के
– नई व्यवस्था लागू होने के बाद आर्डर मिले: 6000 करोड़ रुपये के
– कुल रक्षा उत्पादों का निर्यात किया गया: 3000 करोड़ रुपये के
– अभी कुल रक्षा उत्पादों के आर्डर मौजूद हैं: 8000 करोड़ रुपये के
– आगामी छह माह में कुल रक्षा उत्पादों के आर्डर मिलने की उम्मीद: 2500 करोड़ रुपये के