
कानपुर। कर्मचारी भविष्यनिधि संगठन (ईपीएफओ) में सीबीआइ ने सोमवार को पीएफ सेटलमेंट के नाम पर चल रहे खेल का भंडाफोड़ कर दिया। चौबेपुर के स्कूल संचालक की शिकायत पर सीबीआइ टीम ने ईपीएफओ के प्रवर्तन अधिकारी व एक कंसल्टेंट को रिश्वत के नाम पर तीन लाख रुपये लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा। सर्वोदय नगर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के गेट पर शाम चार बजे हुई कार्रवाई से पूरे क्षेत्रीय कार्यालय के स्टाफ में हड़कंप मच गया। टीम आरोपितों को हिरासत में लेने के बाद कार्यालय में शाम तक पूछताछ में जुटी रही।
चौबेपुर में निजी स्कूल संचालक जयपाल सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी में स्कूल बंद रहने के दौरान वो पीएफ भुगतान नहीं कर पाए थे। पीएफ की लंबित राशि बढ़ती गई, जिस पर अफसरों ने 7ए का केस चला दिया। आरोप है कि प्रवर्तन अधिकारी अमित श्रीवास्तव व कंसल्टेंट सेटलमेंट कराने के नाम पर पांच लाख रुपये मांगे। जयपाल ने बताया कि मुंहमांगी राशि देने में असमर्थता जताने पर प्रवर्तन अधिकारी ने धमकाना शुरू कर दिया। रिश्वत मांगने की शिकायत सीबीआइ में की गई।
प्रवर्तन अधिकारी ने सोमवार शाम चार बजे रुपये लेकर आने को कहा था। तय योजना के अनुसार वो सीबीआइ टीम के साथ तीन लाख रुपये लेकर ईपीएफओ के गेट पर पहुंचे। प्रवर्तन अधिकारी अमित को जैसे ही रुपयों भरा बैग पकड़ाया, इसी दौरान सीबीआइ ने उसे व कंसल्टेंट को मौके पर हिरासत में ले लिया।