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कानपुर । टिकरा गांव में शुक्रवार को पुलिस की दो बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। दोनों ने बिठूर की गोशाला में 19 मई को गोकशी की थी। बदमाशों ने खुद को घिरते हुए देखा तो पुलिस पर गोली चला दी। जवाबी फायरिंग में दोनों बदमाशों के पैर में गोली लग गई। घायल होने के बाद वे जमीन पर गिर पड़े। पुलिस ने दोनों को दबोच लिया।
गश्त के दौरान बिठूर पुलिस की गोकशों से हुई मुठभेड़
डीसीपी वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि गुरुवार रात को बिठूर पुलिस इलाके में रात्रि गश्त कर रही थी। इस दौरान टिकरा क्षेत्र की गौशाला के पास दो युवक गाय ले जाते दिखे। रोकने का प्रयास किया तो दोनों ने पुलिस पर सीधे फायर झोंक दिया। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी करके मुठभेड़ में दोनों के पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में दोनों ने अपनी पहचान बाबूपुरवा बरगद वाली गली निवासी फरीद उर्फ मुन्ना और चौबेपुर गबड़हा निवासी सलीम बताया। जांच में सामने आया कि बिठूर की गोशाला में 19 मई को दोनों ने गोकशी की थी। ग्रामीणों के आने पर भाग निकले थे। इसके बाद दोनों के खिलाफ बिठूर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस उनकी तलाश कर रही थी।
दोनों शातिर गोकश घूम-घूम कर करते थे गोकशी
पूछताछ में दोनों बदमाशों ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में देर रात घूमते थे। मौक़ा मिलते ही आवारा घूम रहे मवेशियों को अपना शिकार बनाते थे। जंगल में मवेशियों को काटकर उनका मांस बोरे में भरकर भाग जाते थे। कई महीनों से दोनों शातिर गोकशी के धंधे में लिप्त थे। शातिरों के अन्य साथियों की भी तलाश की जा रही है।
तमंचा और कारतूस बरामद
पकड़े गए बदमाशों के पास से दो तमंचे और कारतूस बरामद हुआ है। पूछताछ में दोनों ने बताया कि तमंचा इसलिए लेकर चलते थे कि अगर उन्हें कोई देख लेता तो हवाई फायरिंग करके भाग जाते थे। फायरिंग करने के बाद फिर उनका कोई पीछा नहीं करता था।