
सीरिया.पाल्मायरा शहर में मंगलवार को इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के हमले में कम-से-कम 30 सीरिया फौज के जवानों समेत ईरान समर्थित सैनिकों की मौत हो गई। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, ये हमला पूर्वी सीरिया में स्थित सेना के बाहरी पोस्ट पर किया गया। साथ ही जानकारी मिली है कि एक बांध के नजदीक दक्षिणी-पूर्व इलाके के प्राचीन रोमन शहर में हुए इस हमले में आतंकियों ने बम विस्फाेट के लिए फिदायीन और हथियारों से लैस गाड़ियाें का इस्तेमाल किया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, हमलावर आतंकवादी छुपकर आए और कम से कम 30 सैनिकों को मार डाला।दक्षिणी दमिश्क में जिहादियों के अाखिरी गढ़ में लगातार की गई बमबारी के बाद उन्हें वहां से खदेड़ने के एक दिन बाद हुआ है।
जिहादियों के अाखिरी गढ़ पर कार्रवाई के दूसरे हुआ ये हमला
बता दें कि ये आतंकवादी हमला सरकारी बलों द्वारा दक्षिणी दमिश्क में जिहादियों के अाखिरी गढ़ में लगातार की गई बमबारी के बाद उन्हें वहां से खदेड़ने के एक दिन बाद हुआ है। आईएस आतंकवादियों ने सीरिया में जारी गृह युद्ध के दौरान पाल्मायरा पर दो बार कब्जा किया और अनमोल कलाकृतियों को नष्ट कर दिया।
आईएसआईएस के कब्जे में था पाल्मायरा
पाल्मायरा राजधानी दमिश्क से करीब 215 किमी की दूरी पर रेगिस्तान के बीचोंबीच स्थित है। यूनेस्को के मुताबिक, 2000 साल पुराने इस शहर में आज भी कई कल्चरल हेरिटेज मौजूद हैं। 1980 में यूनेस्को ने पाल्मायरा को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में शामिल किया था। 21 मई 2015 को आईएसआईएस ने शहर पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद 2016 में इसे उनके कब्जे से आजाद करा लिया गया था। गौरतलब है कि सीरिया में सिविल वॉर शुरू होने से पहले कभी यहां हर साल डेढ़ लाख से ज्यादा टूरिस्ट आते थे।