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जी पी अवस्थी
कानपुर शहर में पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद से तमाम आईपीएस अफसरों की मौजूदगी भी अपराध और अपराधियों पर लगाम कसने में नाकाम साबित हुई है। इनके रोकथाम में पुलिस बुरी तरह से पिछड़ रही है इसका खुलासा हम नहीं कर रहे अभी हाल ही में विभाग की ओर से जारी डाटा से हुआ है पुलिस कमिश्नर ने पूर्वी पश्चिम सेंट्रल व दक्षिणी जोन के सभी 50 थानों के रिकॉर्ड का अवलोकन किया इसमें पता चला कि 2022 में लूट की वारदात में 40% तक की वृद्धि हुई है चोरी की वारदात में 12.5 प्रतिशत हत्या के प्रयास के मामलों में 16 पॉइंट प्रतिशत और दुष्कर्म के मामले में 50% व पास्को एक्ट के मामले में 26% की वृद्धि हुई है।
इन मामलों में दर्ज की गई गिरावट
शस्त्र अधिनियम के मामलों में 219% की कमी जुआ अधिनियम में 37.7 प्रतिशत आबकारी अधिनियम में 137% गुंडा एक्ट में 340% व गैंगस्टर एक्ट में मामलों में 25% की कमी दर्ज की गई है
अपराध व अपराधियों पर नहीं है प्रभावी अंकुश यह डाटा पुलिस कमिश्नरी बीपी जोगदंड के सामने आने पर उन्होंने सभी डीसीपी को पत्र जारी करते हुए सख्त नाराजगी जाहिर की है उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों से कहा है कि उनके क्षेत्र में थाना प्रभारियों को अपराध और अपराधियों पर प्रभावी हमको देखने को नहीं मिल रहा है जो बेहद निराशाजनक है इस स्थिति में अपराधियों के खिलाफ सख्ती से अभियान चलाएं जाने के निर्देश दिए हैं।
नहीं बढ़ते अपराधों पर एक नजर
अपराध – वर्ष 2022- वर्ष 2023
लूट – 03 05
चोरी – 91 104
हत्या का प्रयास – 15 18
दुष्कर्म – 09 18
पॉक्सो – 55 75