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घटना लद्दाख के तुर्तक सेक्टर (Turtuk Sector) में हुई. बताया जाता है कि सेना का ट्रक श्योक नदी में गिर गया. हादसे में 7 जवानों की मौत हो गई और 19 जवान घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है.
लद्दाख में 7 सैनिकों की दुर्घटना में मौत: लद्दाख में 26 जवानों से भरा वाहन अचानक से श्योक नदी में पलट गया, इस दुःखद दुर्घटना में अबतक 7 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि हुई है और कई जवान घायल हुए हैं. इस हादसे के तुरंत बाद से ही रेस्क्यू अभीयान शुरू कर दिया गया था, लेकिन पानी के तेज़ बहाव के चलते कई सैनिक बहकर बहुत दूर चले गए थे.
इस दुर्घटना में जहां 7 सैनिकों की मौत हुई है वहीं दर्जनभर से अधिक बुरी तरह घायल हुए हैं. घायल जवानों के सिर, हाथ और सीने में छोटे आई हैं, उन्हें हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
सड़क से 60 फ़ीट नीचे गिरा वाहन
पता चला है कि सैनिकों की एक टुकड़ी थोइस की तरफ से गुजर रही थी, तभी बीच रास्ते में ही जवानों से भरा वाहन अचानक से अनियंत्रित हो गया और सीधा 60 फ़ीट नीचे श्योक नदी में समा गया. सेना के जवानों से भरा ट्रक नदी में कैसे फिसलकर गिर गया इसकी जांच शुरू हो गई है. इस घटना के असली कारण का अबतक कुछ पता नहीं चल पाया है। और ना ही सेना के किसी अफसर द्वारा घटना पर कोई बयान जारी किया गया है. बताया गया है कि 26 जवानों से लोड वाहन ट्रांजिट कैंप से सब सेक्टर हनीफ की तरफ जा रहा था, तभी थोइस के 25 किमी पहले यह घटना घटित हो गई.
वायुसेना की मदद लेनी पड़ी
जैसे ही जवानों से लोडेड वाहन नदी में पलट गया वैसे ही रेक्सयु ऑपरेशन के लिए वायुसेना को इसकी सूचना दी गई, तत्काल वायुसेना मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया, बर्फ से ज़्यादा ठन्डे पानी में गिरने और तेज़ बहाव के चलते जवानों की मौत हो गई, वहीं ट्रक से गिरने के कारण भी कई जवान बुरी तरह जख्मी हो गए.
शुक्रवार को 26 जवानों का एक दल परतापुर के ट्रांजिट कैंप से सब सेक्टर हनीफ के फॉर्वर्ड लोकेशन की ओर बढ़ रहा था. सुबह लगभग 9 बजे वाहन सड़क से फिसल गया और श्योक नदी में गिर गया. सड़क से नदी की गहराई लगभग 50-60 फीट तक है.
इसके चलते वाहन में सवार सभी जवानों को गंभीर चोटें आईं. इनमें से सात ने दम तोड़ दिया. इन सभी 26 जवानों को परतापुर के 403 फील्ड अस्पताल में पहुंचाया गया. लेह से सर्जिकल टीमों को परतापुर भेजा गया है. भारतीय सेना ने कहा, “हम हादसे में घायल सभी जवानों को सर्वोत्तम चिकित्सा मदद दिलाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं, जिससे हादसे में घायल जवान जल्द स्वस्थ हो सकें.”