
कानपुर। प्रदेश सरकार के वन, पर्यावरण व जंतु उद्यान मंत्री डा. अरुण कुमार सक्सेना व राज्य मंत्री केपी मलिक ने बुधवार को शहर पहुंचकर चिड़ियाघर और वन प्रशिक्षण संस्थान का निरीक्षण किया। चिड़ियाघर में वन मंत्री डा. अरुण कुमार ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारी अनिल माथुर से गंगा में गिर रहे नालों की रिपोर्ट तलब की।
अधिकारी ने सीसामऊ नाला को छोड़ कर सभी नालों को गंगा से दूर होना बताया। वन मंत्री डा. अरुण कुमार ने स्पष्ट किया कि जिम्मेदार अफसर गंगा में गिर रहे नालों को बंद कराएं। गंगा मइया को निर्मल करने के लिए ठोस प्लान बनाकर काम करें। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण कराएं। सामाजिक सहयोग से जो लोग पौधारोपण करते हैं, ट्री गार्ड पर उनके नाम लिखवाएं। चिड़ियाघर में एक घंटे तक रुकने के बाद मंत्री का काफिला किदवई नगर स्थित वन प्रशिक्षण के लिए निकल गया।
कैमरे की फ्लैश चमकते ही गुस्साकर दौड़ पड़ा बघेरा बाघ: वनमंत्री डा. अरुण कुमार सक्सेना व राज्यमंत्री केपी मलिक सहित अफसर बघेरा बाघ के बाड़े के समीप पहुंचे। मीडियाकर्मियों के कैमरे देख बघेरा बाघ गुस्सा कर छलांग लगा दी। बार बार गुर्राने के बाद सभी वापस लौट गए। मानू गैंडा ने प्यार से केला खाया। मंत्री ने पक्षी घर का भी जायजा लिया।