
राजौरी के डांगरी में 15 घंटे में दूसरा आतंकी हमला
Network Today
post time : Jan 03, 2023 06:08 AM अपडेट समय : 10 घंटे पहले
जम्मू, 2 जनवरी
राजौरी जिले के जिस डांगरी गांव में आतंकियों ने रविवार शाम चार हिंदुओं की हत्या की, वहां सोमवार सुबह आईईडी विस्फोट में दो बच्चों की मौत हो गयी और 6 लोग घायल हो गए। बमुश्किल 14 घंटे के अंतराल पर हुए इन हमलों को लेकर पूर्ण बंद के बीच राजौरी शहर सहित जिले भर में विरोध प्रदर्शन हुए। अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी की एक टीम डांगरी पहुंच गई है।
रविवार शाम आतंकवादियों ने तीन घरों पर गोलीबारी की थी। सूत्रों के अनुसार, अातंकियों ने हिंदू परिवारों को निशाना बनाने से पहले उनके आधार कार्ड देखे। माना जा रहा है कि उन आतंकियों ने ही आईईडी लगाया, जो सोमवार सुबह फटा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह विस्फोट आतंकी हमले के पीड़ित प्रीतम लाल के घर के पास हुआ। उस वक्त उनके रिश्तेदार समेत कई लोग घर में मौजूद थे। प्रीतम लाल (57) और उनके बेटे शिव पाल (32) की रविवार शाम आतंकियों ने हत्या कर दी थी।
जम्मू के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने बताया कि आईईडी एक बैग के नीचे रखा गया था। उसमें विस्फोट हुआ। एडीजीपी ने कहा कि एक अन्य संदिग्ध आईईडी मिला, जिसे निष्कि्रय किया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि विस्फोट में मारे गए बच्चों की पहचान चार वर्षीय विहान कुमार और 16 वर्षीय समीक्षा के तौर पर हुई। घायलों में सान्वी शर्मा (4), कनाया शर्मा (14), वंशु शर्मा (15), समीक्षा देवी (20), शारदा देवी (38) और कमलेश देवी (55) शामिल हैं। हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने ली है।
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा : उपराज्यपाल
लोगों ने डांगरी के मुख्य चौक पर शव रखकर प्रदर्शन किया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने राजौरी जिला उपायुक्त और एसएसपी के तबादले की मांग भी की। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि इस घृणित कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने इस घटना में मारे गए नागरिकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपये दिए जाएंगे।
वीडीसी सदस्य ने गोली चलाकर बचाई कई जिंदगियां
जम्मू कश्मीर : राजौरी के डांगरी गांव में रविवार शाम आतंकी हमले के दौरान विलेज डिफेंस कमेटी (वीडीसी) के सदस्य ने गोली न चलाई होती, तो नरसंहार हो सकता था। अपर डांगरी गांव के सरपंच धीरज शर्मा ने बताया कि वीडीसी सदस्य ने अपनी .303 राइफल (जिसमें दूसरी गोली लोड करने में समय लगता है) से एक या दो गोलियां चलाईं। गोली की आवाज सुनकर आतंकी भाग निकले और कई हिंदू परिवारों की जान बच गयी।