
लखनऊ। यूपी कांग्रेस मुख्यालय में कन्हैया कुमार के विरोध में नारेबारी करते हुए एक युवक ने उन पर स्याही में केमिकल मिलाकर फेंका। इस दौरान बीच-बचाव करने के प्रयास में दो समर्थक झुलस गए। इस घटना से पीसीसी में भगदड़ मच गई। वहीं, आरोपित युवक को पुलिस ने दबोच लिया। जबकि घायलों को अस्पताल भेज गया है। एडीसीपी मध्य राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। देवांश बाजपेयी पुत्र संजय बाजपेयी बागमनारायन चौक का रहने वाला है। उसने बताया कि कन्हैया कुमार देश विरोधी बाते करता है। आरोपित ने स्याही में केमिकल मिलाने की बात स्वीकार की है।
वहीं, कन्हैया और उनके समर्थकों का कहना है कि इससे चेहरे और शरीर जलन महसूस हो रही है। केमिकल फेंकने वाले देवांश वाजपेयी को कन्हैया के समर्थकों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपित युवक का कहना है कि कन्हैया देशद्रोही है। इसका प्रोग्राम लखनऊ में क्यों होना चाहिए। जो देश का नहीं, वो हमारा कैसे हो सकता है।
मंगलवार को कांग्रेस मुख्यालय में कार्यक्रम था। लोग कन्हैया का इंतजार कर रहे थे। कार्यक्रम में कन्हैया देरी से पहुंचे। जैसे ही वो मंच की ओर बढ़े, कुछ युवकों के एक समूह ने उनके ऊपर केमिकल जैसे लिक्विड फेंका। इससे अफरा तफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। एक प्रदर्शनकारी देवांश वाजपेयी को मौके पर ही लोगों ने पकड़ लिया। कांग्रेसियों का आरोप है कि ये काम एबीवीपी के कार्यकर्ताओं का है। वो कांग्रेस के कार्यक्रम को नहीं होने देना चाहते। वे नहीं चाहते कि लोकतांत्रिक ढंग से कोई अपनी बात रखे। कन्हैया कहीं लोगों के बीच हीराे न बन जाए, इससे ये डरे हुए थे।
वहीं, भाजपा का आरोप है कि कन्हैया के कार्यक्रम कुर्सियां खाली थी। इसलिए कांग्रेसियों ने खुद ही ये ड्रामा रचा, जिससे इज्जत बचे। पुलिस जांच कर रही है। शाम तक ही दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। ये कोई पहली बार नहीं, जब कन्हैया कुमार के आयोजन से विवाद जुड़ गया हो।