
लुधियाना काेर्ट कांप्लेक्स में पिछले साल 23 दिसंबर काे हुए ब्लास्ट के बाद पंजाब में आतंकी वारदातें लगातार बढ़ रही है। आतंकियाें ने पंजाब काे दहलाने के मंसूबे पाल रखे हैं। इसके चलते पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियां अलर्ट हाे गई है।
राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद ताे इस तरह की कई घटनाएं सामने आ रहे हैं। ताजा मामला मोहाली सेक्टर-77 में पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस दफ्तर की बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर पर साेमवार काे हुआ ब्लास्ट है। मोहली अटैक में जिस RPG (rocket-propelled grenade) का इस्तेमाल हुआ है वह हथियार रूस में बना हो सकता है।
न वारदाताें के पीछे खालिस्तान समर्थक आतंकियाें का हाथ बताया जा रहा है। पटियाला में ‘खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च’ के बाद करनाल में 4 आतंकियाें की गिरफ्तारी और हिमाचल के धर्मशाला में विधानसभा के बाहर दीवाराें पर खालिस्तान के नारे लिखने की कड़ियां एक साथ जुड़ रही है। लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट, रोपड़ विस्फोट, फिरोजपुर ब्लास्ट, नवांशहर ब्लास्ट आदि अहम हैं।
आतंकियाें ने 21 मई को जालंधर, सुलतानपुर लोधी, लोहियां खास, फिरोजपुर छावनी, फगवाड़ा, अमृतसर, तरनतारन सहित पंजाब के कई रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ देने की धमकी दी थी। साथ ही 23 मई को जालंधर के श्री देवी तालाब मंदिर, पटियाला के काली माता मंदिर, फगवाड़ा के हनुमान गढ़ी मंदिर को उड़ाने के साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, फिरोजपुर के रेलवे महाप्रबंधक सीमा शर्मा सहित अकाली दल के नेताओं की हत्या की भी धमकी दी गई थी।