
कानपुर। जीएसवीएम मेडिकल कालेज में स्वाइन फ्लू और डेंगू फैलने की धमक शासन तक पहुंच गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेडिकल कालेज में संक्रामक बीमारियां फैलने को गंभीरता से लेते हुए प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार को वहां का जायजा लेकर रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।
शुक्रवार सुबह प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा और किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) डा. विपिन पुरी के साथ सबसे पहले एलएलआर अस्पताल (हैलट) इमरजेंसी स्थित आइसीयू में वेंटिलेटर पर भर्ती मेडिकल छात्रा समेत चार स्वाइन फ्लू पीड़ित छात्राओं से मिले और उनका हाल जाना।
वहां से मेडिकल कालेज परिसर पहुंचे, जहां गंदगी देखकर नाराजगी जताई। कहा, आप डाक्टरों के रहते बच्चों को स्वाइन फ्लू और डेंगू फैलना गंभीर बात है। इस पर आप सभी की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
प्रमुख सचिव और केजीएमयू कुलपति ने मेडिकल कालेज परिसर स्थित अंडर ग्रेजुएट गर्ल्स हास्टल के अंदर जाकर वहां की व्यवस्था भी देखी। छात्राओं ने हास्टल की वार्डन और परिसर प्रभारी द्वारा साफ सफाई न कराने की शिकायत भी की। इस पर प्रमुख सचिव और कुलपति ने परिसर प्रभारी को साफ-सफाई न कराने पर फटकार लगाई। पूछा आप करते क्या हैं।
इस पर परिसर प्रभारी डा.आनंद नारायण सिंह ने गंदगी, जलभराव और कूड़ा न उठाए जाने का ठीकरा नगर निगम पर फोड़ दिया। कहा दो करोड़ टैक्स देते हैं, लेकिन नगर निगम सफाई नहीं कराता है। इस पर नगर निगम के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. चंद्रशेखर ने एतराज जताया। कहा, मेडिकल कालेज के पास साफ-सफाई की पूरी टीम है, जिसमें दो सैनेट्री इंस्पेक्टर भी हैं। उसके बाद भी काम नहीं करना पड़ा रहे हैं।
मेडिकल कालेज परिसर में घर घर कूड़ा उठाने की व्यवस्था की गई है, आउटसोर्स कंपनी भुगतान पर उठाती है। इस बीच, मंडलायुक्त डा. राजशेखर ने बीच बचाव करते हुए समन्वय स्थापित करके कार्य करने का निर्देश दिया। फिर वहां से अधिकारियों का लाल लश्कर पोस्ट ग्रेजुएट गर्ल्स हास्टल गए। जहां गंदगी और जलभराव की स्थिति देखी। मेडिकल कॉलेज परिसर में गंदगी से बजबजा रहे नाले को भी देखा।