

Network Today
हाइलाइट्स
- महाराष्ट्र में शिवसेना एकनाथ शिंदे की बगावत से जूझ रही है
- संजय राउत का बयान- 24 घंटे में मुंबई लौटें बागी एमएलए
- कहा- बागी विधायक चाहते हैं तो एमवीए छोड़ने को राजी
- शिंदे ने शिवसेना के 42 विधायकों के साथ है
मुंबई: महाराष्ट्र में उपजे राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने बहुत बड़ा बयान दिया है। राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि अगर तमाम बागी विधायक 24 घंटे के भीतर मुंबई वापस लौटते हैं तो शिवसेना महाविकास अघाड़ी से बाहर निकलने के बारे में सोच सकती है। संजय राउत के इस बयान से महाराष्ट्र की सियासत में भूकंप आ गया है।
अभी तक महाविकास अघाड़ी सरकार को बचाने का प्रयास न सिर्फ उद्धव ठाकरे बल्कि शरद पवार और कांग्रेस पार्टी भी कर रही थी। लेकिन ऐसे में राउत ने अघाड़ी से बाहर निकलने के बारे में सोचने का बयान देकर हड़कंप मचा दिया है।
‘हिम्मत है तो मुंबई आइए, एमवीए से बाहर निकलने की सोचेंगे’
संजय राउत ने मीडिया के सामने नितिन देशमुख और कैलाश पाटिल को पेश किया। इस दौरान राउत ने एकनाथ शिंदे गुट पर हमला करते हुए कहा, ‘इन लोगों की मुंबई आने की हिम्मत नहीं है। यहां पर आकर उन्हें जो कुछ कहना है वह कहना चाहिए। यहां पर आकर पत्र व्यवहार करना चाहिए। लेकिन यह सभी लोग गुवाहाटी में बैठकर बातें बना रहे हैं। हिम्मत है तो मुंबई वापस आइए। उद्धव जी के सामने अपनी बात रखें। मुझे पूरा भरोसा है कि आपकी बात सुनी जाएगी। 24 घंटों के अंदर वापस आइए। हम एमवीए (महाविकास अघाड़ी) से बाहर निकलने विचार करेंगे।’
एक किलोमीटर भागकर चंगुल से छूटा- नितिन देशमुख
सूरत से लौटे विधायक नितिन देशमुख ने कहा कि वहां बहुत जबरदस्त पुलिस बंदोबस्त था। मुझे जबरन सूरत लेकर जाया गया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की तरफ से कई बार महाविकास अघाड़ी सरकार को गिराने की कोशिश की गई। वहीं कैलाश पाटिल ने कहा कि मैं 1 किलोमीटर तक भाग कर उनके चंगुल से बाहर निकला। दोनों विधायकों ने यह भी कहा कि कई एमएलए मजबूरी के चलते नहीं लौट पा रहे हैं। उद्धव ठाकरे जल्द ही सीएम आवास वर्षा पर लौटेंगे।
मुझे शिंदे ने घर पर बुलाया फिर…
गुवाहाटी से वापस लौटे विधायक कैलाश पाटिल ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने हमें घर पर बुलाया था। वहां हमसे कहा गया कि एक जगह पर चलना है, जिसके बाद महापौर बंगले पर ले जाया गया। हमें आगे जाना है यह कहकर गाड़ी बदली गई, फिर ठाणे से वसई ले जाया गया। आगे बढ़ने पर महसूस हुआ कि मामला कुछ गड़बड़ है और हमें गलत दिशा में ले जाया जा रहा है।
फिर हम फिर मैं बीच रास्ते से पैदल और मोटरसाइकिल की मदद से बाहर आया और होटल में रुका। इसके बाद एक ट्रक वाले की मदद से मैं मुंबई के दहिसर टोल नाके पर पहुंचा। उत्तर प्रदेश के लोगों ने मेरी मदद की और मैं किसी प्रकार मुंबई पहुंचा। हालांकि शिंदे गुट ने एक वीडियो जारी किया जिसमें यह पता चल रहा है कि पाटिल बिना किसी दिक्कत के शिंदे की टीम के साथ यात्रा कर रहे थे।