
नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस की पेंट्रीकार का खाना खाकर शुक्रवार को आठ-दस यात्री फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। टाटानगर स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर चार पर ट्रेन रुकते ही शुक्रवार शाम दर्जनों यात्री भड़क उठे और हंगामा करने लगे।
गार्ड को बनाया था बंधक: खानपान व्यवस्था से नाराज कोच बी पांच के दर्जनों यात्रियों ने ट्रेन के गार्ड को बंधक बना लिया। प्लेटफॉर्म पर गार्ड को पकड़कर रखे यात्री चक्रधरपुर के डीआरएम छत्रशाल सिंह से बात करने का दबाव बना रहे थे। लेकिन, पेंट्रीकार के कारण लाचार गार्ड कुछ कह नहीं पा रहा था।
समय पर खाना नहीं दिया, पानी को तरसे यात्री: बी पांच कोच में यात्रियों ने कहा कि पहले तो सात घंटे देर से चल रही ट्रेन की पेंट्रीकार से यात्रियों को समय पर खाना नहीं दिया गया। वहीं, जो खाना यात्रियों को दिया गया, उसे खाकर कई ने उल्टी कर दी। ट्रेन ड्यूटी के रेलकर्मियों ने शिकायत पर ध्यान नहीं दिया व पानी-खाना की व्यवस्था कराने का आश्वासन देते रहे।
शौचालय में भी दिक्कत: यात्रियों ने कहा कि कोच के शौचालय में पानी नहीं था। वहीं, गर्मी से बच्चों के लिए मांगने पर भी पेंट्रीकार वाले पानी नहीं दे रहे थे। ट्रेन का ठहराव कम होने कारण वे खुद भी किसी स्टेशन पर पानी नहीं खरीद नहीं पा रहे थे। ट्रेन में भी हंगामा: पेंट्रीकार के मैनेजर व रेलवे द्वारा सूचना के तत्काल बाद कार्रवाई न करने से नाराज यात्रियों ने चलती ट्रेन में भी हंगामा किया था। टाटानगर में रेल अधिकारियों ने पेंट्रीकार मैनेजर को फटकारा भी। ट्रेन आने से पहले ही टाटानगर में यात्रियों का हंगामा, थर्ड एसी कोच में पानी न होने और पेंट्रीकार का खाना खराब होने की सूचना चक्रधरपुर मंडल कंट्रोल ने भेजी थी।
रेल अधिकारियों से बकझक: सूचना पाकर चक्रधरपुर मंडल के डीसीएम प्रशांत कुमार, टाटानगर आरपीएफ के सहायक कमांडेट एसके चौधरी व स्टेशन निदेशक एचके बलमुचू के साथ कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। लेकिन, आक्रोशित यात्री रेल अधिकारियों से उलझ गए।