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वाराणसी बम धमाके मामले में आरोपी वलीउल्लाह को सुजा सुनाई जाएगी। वलीउल्लाह को पुलिस ने देशद्रोह मामले में गिरफ्तार किया था।
वाराणसी बम धमाके के आरोपी फूलपुर के वलीउल्लाह को सोमवार को सजा सुनाई जानी है। आतंकी हमले का आरोपी बनने से पहले वलीउल्लाह को पुलिस ने देशद्रोह मामले में गिरफ्तार किया था। उस पर सरकार के विरूद्ध युद्ध छेड़ने और जिहादी तैयार करने का आरोप लगा था। इस मुकदमे की प्रयागराज में फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
आतंकी तैयारी करने की जिम्मेदारी
खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली थी कि फूलपुर का वलीउल्लाह आतंकी गतिविधियों में संलिप्त है। 18 अप्रैल सन 2001 को पुलिस ने फूलपुर के ग्राम सराय लिली में उबैदुल्लाह के मकान से वलीउल्लाह, उबैदुल्लाह और वसीउल्लाह को गिरफ्तार किया था। ये तीनों भाई हैं। इन पर आरोप था कि सभी आपस में बात कर रहे थे कि भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध करना है। पुलिस ने यह भी दावा किया कि वलीउल्लाह को अफगानिस्तान में आतंक की ट्रेनिंग दी गई थी।
पांचवां आरोपी अभी भी फरार
पुलिस ने इस संगीन मामले में वलीउल्लाह के पास से एक टेलीफोन डायरी की बरामदगी दिखाई थी जिमसें तमाम इस्लामिक मुल्कों के लोगों के फोन नंबर लिखे थे। इसके अलावा एक चिट्ठी जो सलीम नाम के व्यक्ति को भेजी गई थी, वह भी पुलिस ने बरामद की थी। इस ऑपरेशन के तहत पुलिस ने आरोपी उजैर आलम को कुछ दिन के बाद महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया था। इन्हीं चारों का मुकदमा इलाहाबाद की फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम में विचाराधीन है। एक आरोपी मुस्तकीम अभी फरार है, पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
सलीम के एनकाउंटर के बाद हुई थी गिरफ्तारी
अभियोजन पक्ष की ओर से कुल 23 गवाह परीक्षित हो चुके हैं। इसके पश्चात सफाई पक्ष की ओर से अब तक छह गवाह परीक्षित किए जा रहे हैं। बचाव पक्ष के गवाहों के लिए ही यह पत्रावली अभी विचाराधीन है। 27 जून 2022 की तारीख नियत है। बता दें कि सलीम नाम के आतंकी को लखनऊ में पुलिस ने मार गिराया था, उससे प्राप्त सुचना के आधार पर यह कारवाई की गई थी। हालांकि बचाव पक्ष का कहना है कि तीनों भाइयों को उनके घर से जो अलग अलग स्थान पर स्थित है। वहीं से 18 अप्रैल 2001 को सुबह जब वह नमाज पढ़ने जा रहे थे, गिरफ्तार किया गया। वलीउल्लाह वर्तमान समय में गाजियाबाद की डासना जेल में बंद है। अन्य दो भाई उबैदुल्लाह व वसीउल्लाह और उजैर जमानत पर हैं।