
कानपुर। कुशीनगर जिले में भाजपा की जीत पर मिठाई बांटने वाले बाबर अली की हत्या जैसा कांड शहर में भी दोहराने का प्रयास किया गया। किदवईनगर की जूही लाल कालोनी में पड़ोसियों ने शकील अहमद को सिर्फ इसलिए जमकर पीटा, क्योंकि उसने विधानसभा चुनाव के दौरान अपने घर की छत पर भाजपा का झंडा लगा दिया था। वहीं, स्वरूपनगर में महिला लता अग्रवाल पर विरोधियों ने कार चढ़ाने की कोशिश की, क्योंकि वह भाजपा की समर्थक हैं। पुलिस ने दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।
उल्लेखनीय है कि कुशीनगर जिले के रामकोला के कठघरही निवासी बाबर अली के पट्टीदारों ने भाजपा का प्रचार करने के आरोप में उसपर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया था। इसके बाद गंभीर रूप से घायल बाबर की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। वहीं कानपुर में भी कुशीनगर जैसी घटना के प्रयास का मामला सामने आया है। किदवई नगर की जूही लाल कालोनी निवासी शकील अहमद ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी घर की छत पर भाजपा का झंडा लगाया था। उन्होंने बताया कि वह 2013 से भारतीय जनता पार्टी के समर्थक हैं। पड़ोसियों ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर मुसलमानों के साथ मिलकर नहीं चलोगे तो आंखें निकालकर सिर कलम कर दिया जाएगा।
शकील के अनुसार उनके भाजपा समर्थक होने की वजह से उनके पड़ोसी शहनवाज हुसैन, राशिद हुसैन, रिजवान, भल्लू टेलर और उसका बेटा पप्पू प्लंबर विरोध करते हैं। आरोप है कि इन्हीं सब मामलों को लेकर आरोपितों ने 27 मार्च को उन पर हमला बोल घायल कर दिया। भाजपा का झंडा उतारकर फेंक दिया। आरोपितों ने उनकी पत्नी को भी भड़काने की कोशिश की। जब वह नहीं मानी तो घर की महिलाओं के साथ अभद्रता की।
स्कूटी से जाते समय महिला पर कार चढ़ाने का प्रयास : स्वरूपनगर निवासी लता अग्रवाल का आरोप है कि वह स्कूटी से कहीं जा रही थीं तो उन पर सफेद रंग की इको स्पोर्ट कार चढ़ाने की कोशिश की गई। उनकेमुताबिक, चुनाव के समय घर के बाहर से सपा की रैली निकल रही थी। वह बाहर खड़ी थीं। सपाइयों ने उन्हें वोट देने को कहा तो मना कर दिया। आशंका है कि उनके साथ हुई घटना उससे जुड़ी हो सकती है। कारण,वह खुलकर भाजपा के पक्ष में प्रचार कर रही थीं।