
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि राजनीति में लोगों में सच बोलने की हिम्मत होनी चाहिए लेकिन कुछ राज्य इससे बचने की कोशिश करते हैं। प्रधानमंत्री ने वस्तुतः यहां पुर्नोत्थान वितरण क्षेत्र योजना का शुभारंभ करने के बाद यह टिप्पणी की। उन्होंने एनटीपीसी की विभिन्न हरित ऊर्जा परियोजनाओं को समर्पित और आधारशिला भी रखी, और राष्ट्रीय सौर रूफटॉप पोर्टल का शुभारंभ किया। पीएम मोदी ने कहा कि समय बीतने के साथ, ‘हमारी राजनीति में एक गंभीर विकार आ गया है।’
सरकार का जोर बिजली का उत्पादन बढ़ाने के साथ ही, बिजली की बचत करने पर भी है।
बिजली बचाना यानि भविष्य सजाना।
पीएम कुसुम योजना इसका एक बेहतरीन उदाहरण है।
हम किसानों को सोलर पंप की सुविधा दे रहे हैं, खेतों के किनारे सोलर पैनल लगाने में मदद कर रहे हैं: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) July 30, 2022
राजनीति में लोगों में सच बोलने का साहस होना चाहिए, लेकिन हम देखते हैं कि कुछ राज्य इससे बचने की कोशिश करते हैं। यह रणनीति अल्पावधि में अच्छी राजनीति की तरह लग सकती है। लेकिन यह आज की सच्चाई, आज की चुनौतियों, कल के लिए स्थगित करने जैसा है। लेकिन यह कल के लिए, हमारे बच्चों के लिए और हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए आज की चुनौतियों को स्थगित करने की रणनीति है। कई राज्यों में आज की समस्याओं का समाधान टालने और उन्हें कल के लिए छोड़ देने के इस रवैये से बिजली क्षेत्र में भारी समस्याएं पैदा हो गई हैं।’
पीएम ने कहा, ‘उन्हें यह पैसा बिजली उत्पादन कंपनियों को देना है। बिजली वितरण कंपनियों पर कई सरकारी विभागों और स्थानीय निकायों का 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक बकाया है।’ विभिन्न राज्यों में बिजली सब्सिडी के लिए समय पर और पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है और यह बकाया भी 75,000 करोड़ रुपये से अधिक है। प्रधानमंत्री ने जिन राज्यों का बकाया है, उन्हें जल्द से जल्द चुकाने का अनुरोध किया।