
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद अराजकता पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद सख्त हैं। टीम-09 के साथ समीक्षा बैठक में उन्होंने शासन के अधिकारियों को इन सभी अराजकतत्वों से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर उच्च स्तरीय टीम के साथ प्रदेश में विकास कार्य तथा कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि विगत दिनों प्रदेश के विभिन्न शहरों में माहौल बिगाडऩे के लिए हुए अराजक प्रयासों में शामिल समाजविरोधी तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करें। ऐसे असामाजिक लोगों के लिए सभ्य समाज मे कोई स्थान नहीं है। इस दौरान यह ध्यान रखें कि किसी भी निर्दोष का उत्पीडऩ न हो, लेकिन दोषी एक भी न बचे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने स्वामित्व, घरौनी और वरासत जैसे कार्यक्रमों ने आमजनमानस को बड़ी सुविधा प्रदान करने में सफलता प्राप्त की है। इनकी अद्यतन स्थिति की समीक्षा की जाए। एक माह का विशेष अभियान चलाकर निर्विवाद वरासत के सभी मामलों में वरासत दर्ज कराएं। उत्तराधिकारियों को उनका हक यथाशीघ्र मिलना चाहिए। पैमाईश के लिए सभी जिलों में ई-फाइलिंग की व्यवस्था हो।
उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में बाढ़ एवं अन्य आपदाओं की स्थिति में स्थापित राहत कैम्पों में रहने वाली महिलाओं/किशोरियों को डिग्निटी किट उपलब्ध कराए जाएं। इस डिग्निटी किट में उनके लिए सैनेटरी पैड, साबुन, तौलिया, डिस्पोजेबल बैग, बाल्टी, मास्क आदि शामिल हों।
किसानों को मिलें उन्नतशील बीज : मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को खाद और उन्नतशील बीज की सहज उपलब्धता कराई जाए। ऐसे प्रयास होने चाहिए कि एक वर्ष बीज ले जाने वाला किसान अगले वर्ष स्वयं बीज उपलब्ध कराने में सहायक बने। इससे बीज की उपलब्धता बढ़ेगी और उस किसान की आय में भी बढोतरी होगी। इस सम्बंध में किसानों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसान हितैषी योजनाओं से एक भी पात्र किसान वंचित न रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निजी क्षेत्र में विश्वविद्यालय स्थापित करने के इच्छुक संस्थाओं को सरकार की ओर से सभी जरूरी सहयोग दिए जाएं। स्थापना संबंधी नियमों/अर्हताओं को यथासंभव सरल भी किया गया है। ऐसे प्रस्तावों को कतई लंबित न रखें।