
कानपुर। बिठूर में पत्नी से मामूली विवाद के बाद युवक घर से अपने दोनों बच्चों के साथ निकल आया और बिठूर पुल से गंगा में छलांग लगा दी। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से किसी तरह युवक को बाहर निकाल लिया लेकिन उसके बच्चों का पता नहीं चल सका। युवक उन्नाव जनपद के सफीपुर जानकीकुंड का रहने वाला है।
उन्नाव जनपद के जानकीकुंड के सब्बाखेड़ा गांव निवासी दयाशंकर लोधी दिल्ली स्थित एक फैक्ट्री में काम करता है। परिवार में पत्नी सीता और दो बच्चे दो वर्षीय शिवा व एक वर्षीय शिवांश हैं। गुरुवार सुबह किसी बात को लेकर दयाशंकर पत्नी सीता से विवाद हो गया झगड़े के बाद वह अपने दोनों बच्चों को घर से लेकर निकल आया।
इसके बाद वह बिठूर पुल पर पहुंचे और अपने दोनों बच्चों को गोद में लेकर गंगा में छलांग लगा दी। यह देख कर पुल पर अफरा-तफरी मच गई राहगीरों ने बिठूर पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद थाना प्रभारी अमरनाथ विश्वकर्मा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और गोताखोरों के साथ ही उनकी तलाश में मोटरबोट लगाई।
इस दौरान मोटर बोट चालक लालू ने दयाशंकर को तो बचा लिया लेकिन तेज बहाव के चलते बच्चे लापता हो गए और काफी प्रयास के बाद भी उनका कोई सुराग नहीं लग सका। थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चों की तलाश में जाल डलवाए जा रहे हैं, वही अपने किए पर पछतावा होने के चलते दयाशंकर लोधी पुल के किनारे फूट-फूट कर रोता रहा।