
एनआईए ने पटना टेरर मामले में गुरुवार सुबह बिहार के कई जिलों में पीएफआई सदस्यों के ठिकानों पर छापेमारी की। दरभंगा, मोतिहारी, पटना, किशनगंज, अररिया, नालंदा समेत अन्य जिलों में एनआईए की टीमें पहुंचीं।
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पटना पीएफआई टेरर मॉड्यूल मामले में एनआईए की टीमें गुरुवार सुबह बिहार के कई जिलों में छापेमारी करने पहुंचीं। एनआईए ने मोतिहारी, दरभंगा, किशनगंज, नालंदा और पटना जिले में अलग-अलग जगहों पर दबिश दी। इस दौरान फुलवारीशरीफ में आतंकी कैंप के आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई। एनआईए ने आरोपियों के परिजन, रिश्तेदारों एवं आसपास के लोगों से पूछताछ की और उनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। अभी तक छापेमारी में किसी भी गिरफ्तारी की बात सामने नहीं आई है।
पूर्वी चंपारण जिले के चकिया में गुरुवार सुबह एनआईए की टीम भारी संख्या में सुरक्षाबलों के साथ पहुंची। यहां रेयाज मॉरूफ के कुंअवा वार्ड 13 स्थित घर पर छापेमारी की। रेयाज पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का राज्य सचिव है। दरभंगा के उर्दू बाजार स्थित पीएफआई वकील नूरुद्दीन जंगी के घर पर एनआईए ने छापा मारा है। साथ ही मोहम्मद मुस्तकीम और सनाउल्लाह के घर पर भी एनआईए की टीम ने दबिश दी है।
पटना में भी पीएफआई के सदस्य अतहर के घर पर एनआईए की टीम ने छापा मारा है। अतहर अभी जेल में बंद है। एनआईए की टीम ने उसके घर की तलाशी ली। इसके अलावा नालंदा, अररिया, किशनगंज समेत अन्य जिलों में भी एनआईए ने पीएफआई सदस्यों के ठिकानों पर छापेमारी की। नालंदा में मोहम्मद असगर अली के घर तलाशी ली गई। छापेमारी की कार्रवाई सुबह 6 बजे के बाद ही शुरू हो गई। सभी जिलों में एनआईए की अलग-अलग टीमें दल-बदल के साथ पहुंची। स्थानीय पुलिसकर्मियों भी एनआईए के साथ हैं।
बता दें कि पिछले दिनों पटना के फुलवारीशरीफ में पीएफआई के दफ्तर में आतंकी ट्रेनिंग कैंप का भंडाफोड़ हुआ था। हाल ही में इसकी जांच एनआईए को सौंपी गई। इस मामले में पटना पुलिस ने पीएफआई से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं, अन्य कई नामजद आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। पीएफआई के दफ्तर में लोगों को देश विरोधी गतिविधियों और हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी। पटना में पीएम नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान बड़े बवाल की भी साजिश रची गई थी।