
दिल्ली फिर जयपुर और अब कानपुर के 10 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी; मचा हड़कंप
दिल्ली, जयपुर और लखनऊ के बाद अब कानपुर में स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। बम से स्कूलों को उड़ानें की खबर मिलते ही मच गया हड़कंप
Network Today: Update: 2024-05-15 11:58
जी पी अवस्थी
दिल्ली जयपुर और लखनऊ की तरह ही अब कानपुर के भी 10 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। यहां पर भी स्कूलों को बम से उड़ने की धमकी मेल के जरिए दी गई। इस खबर के मिलते ही हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार नजीराबाद के सनातन धर्म मंदिर स्कूल और बर्रा KDMA स्कूल समेत कानपुर के 10 स्कूलों को उड़ाने की धमकी दी गई। हालांकि, जांच अभी कुछ मिला नहीं है। इस धमकी भरे मेल में भी रूस का कनेक्शन सामने आया है।
रूस के सर्वर से किया गया था मेल को जनरेट
धमकी मिलने के बाद स्कूलों की देर रात बम स्क्वॉड के साथ चेकिंग कराई गई। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से स्कूलों की बढ़ा दी गई है। फिलहाल जांच में अभी तक कुछ पाया नहीं गया है। प्राथमिक जांच में पाया गया कि मेल को रूस के सर्वर से जनरेट किया गया था।
डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार ने बताया कि सोमवार को केडीएमए स्कूल को धमकी भरा ई-मेल आया था। इसकी जानकारी मिलते ही स्कूल परिसर की बम व डॉग स्क्वाड से जांच कराई गई। मंगलवार को गुलमोहर पब्लिक स्कूल में धमकी का ई-मेल आया है। बुधवार को स्कूल खुलने पर वहां की भी चेकिंग कराई जाएगी। डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने बताया कि कौशलपुरी के सनातन धर्म एजुकेशन सेंटर की प्रिसिंपल को भी धमकी भरा ई-मेल आया है।
अंग्रेजी में लिखी गई मेल में उर्दू शब्दों का इस्तेमाल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक स्कूलों को धमकी भरा जो मेल आया है, वह अंग्रेजी भाषा है। इसमें कई उर्दू शब्दों को इस्तेमाल किया गया है। एक पुलिस अफसर ने बताया कि भारत से यदि कोई ई-मेल भेजा जाता है तो उसमें आईएन लिखा होता है लेकिन धमकी भरे ई-मेल में यूएन लिखा है। अब तक गाजियाबाद, नोएडा, लखनऊ समेत कई जिलों के स्कूलों व प्रतिष्ठानों में धमकी भरे ई-मेल आ चुके हैं। पुलिस की जांच में यह सभी फर्जी पाए गए हैं।
जयपुर के 6 से ज्यादा स्कूलों को मिली थी धमकी
इससे पहले दिल्ली के कई स्कलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। धमकी मेल के जरिए ही दी गई थी। जांच में सामने आया थी कि जहां से मेल आया था उसका डोमेन नाम रूस का था। बता दें कि हेडर में आईपी एड्रेस शामिल होता है। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा आईपी एड्रेस की जांच की जाती है। आईपी एड्रेस की जांच भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र द्वारा की जाती है।