
कानपुर में 3 जून को भड़की हिंसा के मामले में भी प्रशासन का एक्शन जारी है. कानपुर प्रशासन ने 3 जून की हिंसा के आरोपियों की प्रॉपर्टी सील करने की शुरुआत कर दी है तो वहीं कई मकानों पर बुलडोजर चलाकर जमींदोज भी किया है.
- कानपुर में हिंसा के आरोपियों पर प्रशासन का एक्शन
- अनवरगंज में अवैध बिल्डिंग सील
कानपुर में हिंसा के बाद प्रदर्शनकारियों और हिंसा से जुड़े लोगों पर सरकार का एक्शन जारी है. क्राउड फंडिंग गैंग के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी और बिल्डर हाजी वसी गैंग के सहयोगियों की बिल्डिंग सील किये जाने की खबर है।
जिसमें कानपुर विकास प्राधिकरण (KDA) की टीम ने शहर के अनवरगंज स्थित फूल वाली गली में राशिद सिद्दीकी और सूफियान बेग की अवैध बिल्डिंग को सील किया है.
इसी बीच कानपुर में पुलिस सपा नेता फ़तेह बहादुर गिल को लेकर चकेरी पुलिस चौकी में पहुंची है. चौकी के बाहर सपा कार्यकर्ताओं का जमवाड़े की बात कही जा रही है. सोमवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गिल की पिटाई भी की है.
दरअसल, लाल बंगला इलाके में आज बुलडोजर पहुंचा. इस दौरान वहां से कथित अवैध अतिक्रमण हटाने का काम शुरु हुआ. इस दौरान सपा नेता फ़तेह बहादुर गिल मौके पर पहुंच गए. गिल ने कहा कि केडीए अवैध अतिक्रमण के नाम पर एकतरफा कार्रवाई कर रहा है. फतेह बहादुर ने मौजूदा स्पीकर सतीश महाना के खिलाफ चुनाव लड़ा था.
पुलिस ने भी सपा नेता फतेह बहादुर के साथ जोर-जबरदस्ती करते हुए उन्हें गाड़ी में बैठा कर लगयी।

जिस जमीन पर कब्जा हटाने आज बुलडोजर लेकर प्रशासन पहुंचा है, उसको स्पीकर सतीश महाना के रिश्तेदार मन्नू महाना ने खरीदा था. यह विवादित प्लाट है. दो महीने पहले भी प्रशासन ने इसको खाली कराने की कोशिश की थी, लेकिन उस समय भी बवाल हुआ था और सपा नेता फतेह बहादुर गिल धरने पर बैठ गए थे.
आज जैसे ही बुलडोजर पहुंचा तो सपा नेता फतेह बहादुर गिल फिर मौके पर पहुंच गए और उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं पर उनके साथ मारपीट का आरोप लगा. पुलिस ने भी सपा नेता फतेह बहादुर के साथ जोर-जबरदस्ती करते हुए उन्हें गाड़ी में बैठाने की कोशिश की, लेकिन बवाल बढ़ गया.
इससे पहले रविवार को प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड बताए जा रहे जावेद पंप के घर को तीन बुलडोजरों ने जमींदोज कर दिया. जिसके बाद से अब वह लोग भी डर गए हैं और मकान-दुकान खाली कर रहे हैं, जो कई सालों से अवैध कब्जा करके बनाए हुए थे.