
कानपुर। कितना दर्द सहा होगा 10 साल के मासूम ने…ये सोचकर पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों के कलेजे भी कांप गए। सालों की प्रैक्टिस और सैंकड़ों शवों के पोस्टमार्टम में आज से पहले उन्होंने कभी ऐसा नृशंसता नहीं देखी थी। नर्वल में अगवा कर मारे गए बच्चे की हत्या करने वाले हत्यारे ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुकर्म और आंख में कील ठोकने की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक भारी वस्तु के प्रहार से बच्चे के सिर की हड्डियां टूट गई थीं और इसी वजह से कोमा में जाने से उसकी मौत हुई। पुलिस अब तक हत्यारोपितों का पता नहीं लगा पाई है और दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
नर्वल थाना क्षेत्र निवासी मजदूर के गांव के बाहर तालाब किनारे स्थित घर के पास से 10 वर्षीय बेटा सोमवार दोपहर 11 बजे लापता हो गया। स्वजन ने खोजबीन में कुछ पता नहीं चलने पर पाली चौकी पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस ने मदद की बजाय टरका दिया था। मंगलवार दोपहर पीडि़त के घर से लगभग चार सौ मीटर दूर सरसों के खेत में मासूम का शव पड़ा मिला था। बुधवार को उर्सला अस्पताल के डा. विजय सिंह कटियार और डा.राजेश वर्मा के पैनल ने पोस्टमार्टम किया, वहीं एलएलआर अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसन विभाग के विभागध्यक्ष डा.पुनीत मोहन अवस्थी भी पोस्टमार्टम के दौरान मौजूद रहे।
जैसे ही बच्चे का शव पोस्टमार्टम टेबल पर आया, तो डाक्टर भी विचलित हो गए। मासूम की बाईं आंख में साढ़े सात सेंमी. लंबी कील ठोकी गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक हत्यारे ने पहले आंख निकाली और उसके बाद उस स्थान पर कील ठोक दीं। बच्चे के चेहरे पर पड़े निशान देख अंदाजा लगाया जा रहा था कि उसे सिगरेट से जलाया गया है, लेकिन डाक्टरों के मुताबिक उसे जलाया नहीं गया, बल्कि हत्यारा जब बच्चे का गला दबा रहा था तो उसने अपने हाथों से उसके चेहरे को कस कर पकड़ा था। बच्चे ने बचने की कोशिश की तो हत्यारे ने हाथों के नाखून ऐसे गड़ाए कि जख्म हो गए। डाक्टरों के मुताबिक चेहरे पर बर्निंग के निशान नहीं मिले।
बच्चे के साथ कुकर्म हुआ है, लेकिन वैज्ञानिक पुष्टि के लिए स्लाइड बनाकर फोरेंसिक जांच के लिए भेजी गई है। शरीर में दो दर्जन स्थानों पर चोट के निशान मिले हैं। गले को रस्सी से बांधकर कसने की भी पुष्टि हुई है। हत्या से पहले बच्चे को खेत में घसीटा भी गया और मृत्यु का कारण सिर पर लगी चोटें हैं। पांच हड्डियां टूटी मिली हैं, जिसकी वजह से बच्चा कोमा में चला गया। सीओ सदर ऋषिकेश का कहना है कि दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जल्द हत्यारों को पकड़ लिया जाएगा।