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नई सड़क पर हुए बवाल के बाद तीसरे जुमे को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर ली है। पुलिस, पीएसी और आरएएफ के जवाब तैनात किए गए हैं। साथ ही, ड्रोन से गलियों और छतों की निगरानी की जाएगी।

नूपुर शर्मा के विवादित बयान पर तीन जून को नई सड़क पर हुए बवाल के बाद से पुलिस प्रशासन सतर्क है। शुक्रवार को जुमे के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है। पुलिस कमिश्नर ने गुरुवार को सभी अफसरों के साथ बैठक कर निर्देश दिए।
लोगों से भी अपील की कि वह शांति व्यवस्था बनाए रखें। मस्जिद में नमाज पढ़ने के बाद घर या अपने काम पर जाएं। किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं न उसमें पड़कर कोई गलत कदम उठाएं।

बवाल के बाद 10 जून के जुमे पर यतीमखाने में कड़े पहरे में नमाज हुई थी। उसी तरह इस बार भी सख्त पहरा रहेगा। बेकनगंज क्षेत्र के यतीमखाना, नई सड़क, पेचबाग, परेड, चमनगंज सहित मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में पुलिस, पीएसी और आरएएफ के जवान तैनात कर दिए गए हैं। ड्रोन से गलियों और छतों की निगरानी की जा रही है। एक टीम सोशल मीडिया की निगरानी कर रही है।

पुलिस अपने सोशल मीडिया एकाउंट के जरिये जागरूक करते हुए पोस्ट कर रही है, जिससे किसी भी तरह की अशांति न हो। पुलिस अफसरों ने 164 धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर शांति कायम रखने की अपील भी की। संवेदनशील क्षेत्रों में लगाए गए कैमरों को सोलर पैनलों से जोड़ा गया है ताकि बिजली कटने पर भी कैमरे चलते रहे।
पुलिस के युवा मित्र करेंगे सहयोग
पुलिस की तरफ से 1834 पुलिस युवा मित्र बनाए गए हैं, इसमें शहर भर से चयनित युवा हैं। पुलिस कमिश्नर ने इनके साथ बैठक की। वे भी कानून व्यवस्था कायम रखने में मदद करेंगे। खासकर इनकी भूमिका अलग-अलग क्षेत्रों से सूचनाएं संकलित कर अधिकारियों को देने की है।
पुलिस की तरफ से 1834 पुलिस युवा मित्र बनाए गए हैं, इसमें शहर भर से चयनित युवा हैं। पुलिस कमिश्नर ने इनके साथ बैठक की। वे भी कानून व्यवस्था कायम रखने में मदद करेंगे। खासकर इनकी भूमिका अलग-अलग क्षेत्रों से सूचनाएं संकलित कर अधिकारियों को देने की है।
ये है सुरक्षा इंतजाम
– 9 कंपनी पीएसी
– 4 हजार पुलिसकर्मी
– 7 एसपी, 6 एएसपी,14 डीएसपी, 74 इंस्पेक्टर, 306 सब इंस्पेक्टर की तैनाती
– 3 कंपनी आरएएफ
– 8 ड्रोन कैमरों से होगी चप्पे-चप्पे की निगरानी
– 50 वीडियोग्राफर करेंगे संवेदनशील इलाकों की रिकॉर्डिंग
– सभी प्रमुख चौराहों को कैमरों से लैस किया गया है
– मुख्य स्थानों पर वॉटर कैनन और दमकल की गाड़ियां लगाई जाएंगी
– 2 हजार सिविल डिफेंस के वॉलिंटियर तैनात किए गए हैं
– एलआईयू के अफसर मुस्तैद रहेंगे।
– 9 कंपनी पीएसी
– 4 हजार पुलिसकर्मी
– 7 एसपी, 6 एएसपी,14 डीएसपी, 74 इंस्पेक्टर, 306 सब इंस्पेक्टर की तैनाती
– 3 कंपनी आरएएफ
– 8 ड्रोन कैमरों से होगी चप्पे-चप्पे की निगरानी
– 50 वीडियोग्राफर करेंगे संवेदनशील इलाकों की रिकॉर्डिंग
– सभी प्रमुख चौराहों को कैमरों से लैस किया गया है
– मुख्य स्थानों पर वॉटर कैनन और दमकल की गाड़ियां लगाई जाएंगी
– 2 हजार सिविल डिफेंस के वॉलिंटियर तैनात किए गए हैं
– एलआईयू के अफसर मुस्तैद रहेंगे।
शहर में तीन जून को हुई हिंसा के बाद अगले शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद अशांति नहीं फैली थी, लेकिन प्रदेश के अन्य जिलों में भी आगजनी व पथराव की घटनाएं सामने आईं थीं। यही वजह है कि इस बार मुख्य सचिव ने कानपुर समेत सभी जिलों के अफसरों को ज्यादा तालमेल के साथ काम करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव के निर्देश के बाद डीएम ने सभी एसीएम की संवेदनशील क्षेत्र में ड्यूटी लगा दी है। गुरुवार शाम को डीएम विशाख जी ने पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा के साथ संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया।

शहर के हालात सामान्य हैं। न कोई बंदी है, न ही प्रदर्शन। दो हफ्ते पहले एक छोटी सी घटना हुई थी, जिसे अल्लाह के करम से काबू में कर लिया गया है। किसी तरक का कोई प्रदर्शन न करें। कभी भी कोई प्रदर्शन करना हो, तो लोकतांत्रिक तरीके से प्रशासन की अनुमति से ही करें। – हाफिज अब्दुल कुद्दूस हादी, शहरकाजी, देवबंदी विचारधारा

जुमे में शांति व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए उलमा की एक टीम लगातार निगरानी करेगी। मां-बाप से अपील है कि वह बच्चों को ताकीद करें कि नमाज पढ़कर सीधे घर आएं। अगर नमाज हुए देर हो और बच्चा न आए, तो उसकी फिक्र करें। नमाज पढ़कर सीधे घर या दुकानों में जाएं। – मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही, शहरकाजी, बरेलवी विचारधारा