
Network Today
कानपुर के 22 बच्चों को पीएम केयर्स फार चिल्ड्रेन प्रमाण पत्र मिले 23 वर्ष की आयु पूरी होने पर 10 लाख की राशी
कानपुर। कलेक्ट्रेट के एनआइसी कक्ष में प्रधानमंत्री का भाषण समाप्त होते ही बच्चों को प्रमाण पत्र दिए गए तो चेहरों पर खुशी देखने लायक थी। बच्चों ने सरकार और जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया और कहा कि प्रधानमंत्री की इस योजना से उनका जीवन सुरक्षित हो गया।
कोरोना के दौरान ऐसे कई बच्चे हैं, जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया था। ऐसे बच्चों की मदद केंद्र और राज्य सरकार दोनों कर रही हैं। कलेक्ट्रेट के एनआइसी में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वर्चुअल भाषण कार्यक्रम के बाद कानपुर के 22 बच्चों को सांसद और जिलाधिकारी ने पीएम केयर्स फार चिल्ड्रेन योजना के तहत स्नेह पत्र, प्रधानमंत्री पत्र, पीएमजे कार्ड और पोस्ट आफिस खाते की पासबुक दी। सांसद सत्यदेव पचौरी व देवेंद्र सिंह भोले, डीएम नेहा शर्मा, एडीएम वित्त एवं राजस्व दयानंद प्रसाद, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष निर्मल पांडेय, किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य नीता मिश्रा, जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप सिंह, यूनिसेफ प्रतिनिधि आरसी खान रहे।
23 वर्ष की आयु पूरी होने पर मिलेगी 10 लाख की राशि : पीएम केयर्स फार चिल्ड्रेन योजना के तहत कोविड में अपने माता-पिता को खोने वाले 22 बच्चों को 23 वर्ष की आयु पूरी करने पर 10 लाख रुपये मिलेंगे। इसके लिए उन्हें योजना के तहत पासबुक और प्रमाण पत्र दिया गया है।
स्नेह पत्र पाकर बोले
-गोविंद नगर की युवती स्नेह पत्र पाकर खुश थी। उन्होंने बताया कि पांच वर्ष बाद उन्हें 10 लाख रुपये की यह धनराशि मिल जाएगी। अभी चार हजार रुपये मिल रहे हैं, जिससे पढ़ाई चल रही है। कोविड ने जो छीना उसकी कमी कभी पूरी नहीं हो सकती, लेकिन सरकार की ये मदद किसी मरहम से कम नहीं है।
-तेजाब मिल कैंपस निवासी किशोरी ने बताया कि कोविड में माता-पिता को खोने के बाद कुछ समझ नहीं आ रहा था कि भविष्य कैसे चलेगा। केंद्र और राज्य सरकार से मदद मिलने के बाद अब भविष्य की चिंता नहीं है। शिक्षा और जीवन यापन के लिए भी मदद मिल रही है।