चारधाम यात्रा के दर्शन का बदला नियमः बढ़ाया गया समय, तय की गई दर्शनार्थियों की संख्या

नई दिल्ली। चारधाम यात्रा के दौरान हुई मौतों पर धामी सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। पीएमओ ऑफिस से भी इस मामले में जवाब तलब किया गया है।

चार धाम यात्रा में इस बार भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। इसी के चलते अब यात्रा के नियमों में बदलाव किया गया है। नए नियमों के तहत अब मंदिरों में दर्शन के लिए एक-एक हजार यात्रियों की संख्या बढ़ा दी गई है। ये फैसला यात्रियों की सुरक्षा और उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। बता दें कि ये व्यवस्था यात्रा के शुरूआती 45 दिनों के लिए ही लागू की गई है।

जानिए किस मंदिर में कितने यात्री करेंगे दर्शन

बीते मंगलवार को इसे लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी और मुख्य सचिव के बीच बातचीत हुई थी। जिसमें यात्रियों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए। नए निर्देशों के तहत अब बदरीनाथ धाम में 16 हजार, केदारनाथ में 13 हजार, गंगोत्री में आठ हजार और यमुनोत्री धाम में रोज पांच हजार यात्री एक साथ दर्शन कर पाएंगे। इस आदेश की पुष्टि अपर सचिव धर्मस्व रणवीर सिंह चौहान ने की है।

पहले किया गया था ये फैसला

पहले धर्मस्व विभाग ने बदरीनाथ धाम में 15 हजार, केदारनाथ धाम में 12 हजार, गंगोत्री में सात हजार और यमुनोत्री में चार हजार श्रद्धालुओं की सीमा तय की थी। जिसका वहां के कारोबारियों और तीर्थ पुरोहितों ने विरोध किया था। जिसके बाद सीएम पुष्कर धामी ने आश्वासन दिया कि इसमें जल्द ही संशोधन कर दिया जाएगा। वहीं अब चार धाम यात्रा के नियमों में बदलाव कर दिया गया है। केदारनाथ धाम मंदिर में भक्तों के लिए दर्शन की अवधि करीब 5 घंटे बढ़ा दी गई है। अब श्रद्धालु रात 10ः30 बजे तक बाबा केदार के दर्शन कर सकेंगे। जानकारी के मुताबिक, पहली पारी में दो घंटे और दूसरी पारी में तीन घंटे तक मंदिर में दर्शन की अवधि बढ़ाई गई है।

दोपहर में केवल एक घंटे बंद रहेंगे कपाट

पहले सुबह 6.00 बजे से दोपहर 3.00 बजे तक और फिर शाम 5.00 बजे से लेकर 8.30 बजे तक बाबा केदारनाथ के दर्शन किये जा सकते थे। लेकिन, अब श्रद्धालुओं के सैलाब को देखते हुए दर्शनों की अवधि बढ़ा दी गई है। केवल दोपहर 3.00-4.00 बजे तक एक घंटे साफ-सफाई, श्रृंगार और भोग के लिए कपाट बंद रखे जाएंगे। पहले ये कपाट 2 घंटे तक बंद रहते थे।

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