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गाय प्रकरण मामले से चर्चा में आईं डीएम अपूर्वा दुबे का उन्नाव तबादला

Network Today

अपूर्वा दुबे बनी उन्नाव की डीएम

जनवरी 2020 में संभाला था जिले का कार्यभार

निर्विवाद रहा कार्यकाल, विकास को दी तव्वजो

पड़ोसी जनपद कानपुर के ज़िलाधिकारी हैं अपूर्वा के पति

उन्नाव: जनपद में लगभग ढाई साल रहे डीएम रवींद्र कुमार का जनपद कुशीनगर में इसी पद पर तबादला होने के बाद 2013 बैच की आइएएस अपूर्वा दुबे को उन्नाव का डीएम बनाया गया है। अपूर्वा का स्थानांतरण जनपद फतेहपुर से उन्नाव किया गया है। अपूर्वा के पति आइएएस विशाखजी मौजूदा समय पड़ोसी जनपद कानपुर के जिलाधिकारी है।

जनपद में दी विकाश को गति

ढाई साल के लंबे कार्यकाल तक फ़तेहपुर में जिलाधिकारी का कार्यभार संभालने वाली अपूर्वा दुबे को शासन ने उन्नाव का जिलाधिकारी बनाकर भेजा है। फ़तेहपुर जिले की कमान अब बलरामपुर की डीएम श्रुति को दी गई है। आपको बता दें कि फ़तेहपुर में त्रिस्तरीय पंचायत व विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने के साथ आकांक्षात्मक जनपद में विकास को गति देकर जहां प्रशासनिक दक्षता दिखाई वहीं जून माह में गाय के इलाज को लेकर वह प्रदेश भर में सुखियों में छाईं रहीं।

गाय प्रकरण से आयी थी सुर्ख़ियों में

जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने जनवरी 2020 में जिले की कमान संभाली थी। जून माह में डीएम आवास की एक बीमार गाय के इलाज के लिए प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एसके त्रिपाठी ने सात जून को सात डाक्टरों की ड्यूटी लगाने का आदेश जारी कर दिया था। आदेश का पत्र वायरल पत्र होने से यह मामला सुर्खियों के छाया रहा। जिलाधिकारी ने इसे साजिश करार देते हुए स्पष्ट किया था कि सीवीओ मुख्य पशु चिकित्साधिकारी आरडी अहिरवार व प्रभारी सीवीओ एसके त्रिपाठी ने साजिशन से यह पत्र वायरल किया है, क्योंकि इनके कार्यशैली ठीक न होनें से शासन को निलंबन के लिए पहले पत्र लिखा जा चुका है। शासन ने मामले की जांच कराई और मामला सही पाए जाने पर शासन ने सीवीओ व डिप्टी सीवीओ को निलंबित कर दिया था।

 

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