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पिछले कई दिनों से भूख और आटे की किल्लत का सामना कर रहा पाकिस्तान सोमवार को अचानक अंधेरे में डूब गया। सुबह 7:30 बजे के आसपास इस्लामाबाद, कराची, लाहौर सहित देश के कई हिस्सों की बत्ता गुल हो गई। देश का आर्थिक संकट बद से बदतर होता जा रहा है। इससे बाहर निकलना आसान नहीं है क्योंकि विदेशी मुद्रा भंडार 4.343 अरब डॉलर तक सिकुड़ चुका है जो सिर्फ दो हफ्ते के लिए पर्याप्त है। पाकिस्तान का ऊर्जा संकट कितना गंभीर है यह सोमवार को पूरी दुनिया ने देख लिया। पाकिस्तान अपनी बिजली का कम से कम 60 फीसदी जीवाश्म ईंधन से हासिल करता है। 27 फीसदी बिजली हाइड्रोपावर और 10 फीसदी परमाणु और सौर ऊर्जा पर निर्भर है।
नेशनल बिजली ग्रिड में खराबी के बाद सोमवार को पूरे पाकिस्तान में बिजली गुल हो गई, जो पहले से खाद्यान संकट से जूझ रहा है। कराची, इस्लामाबाद, लाहौर और पेशावर जैसे प्रमुख शहरों को ब्लैकआउट का सामना करना पड़ा। सोमवार को पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्रालय ने ट्विटर पर लिखा कि सुबह 7:34 बजे ग्रिड में ‘बड़ी गड़बड़ी’ आई है। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, नेशनल ग्रिड की सिस्टम फ्रीक्वेंसी आज सुबह 7:34 बजे नीचे चली गई, जिससे बिजली व्यवस्था में व्यापक खराबी आ गई। सिस्टम मेंटेनेंस का काम तेजी से चल रहा है।’