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खून के सौदागर : घटिया खून देने की शिकायत पर “लाइफ लाइन ब्लड बैंक” की जाँच शुरू,डीएम ने ACM-6 और कार्डियोलॉजी निदेशक को जाँच सौपी।

Network Today

18नवम्बर2022, अपडेट 7:10pm

कानपुर । देश के कई राज्यों में लंबे वक्त से बेड ना मिलने पर मरीज को जमीन पर लेटाकर इलाज करने की कहानी आपने सुनी-देखी होगी. आपने पढ़ा, देखा-सुना होगा कि एंबुलेंस नहीं मिली तो अस्पताल तक परिजन किसी ठेले पर लादकर या कंधे पर, खाट पर लेटाकर इलाज के लिए ले गए. आपने कभी ये नहीं सुना होगा कि एक मरीज को 2 यूनिट ब्लड की जरूरत थी डॉक्टर ब्लड लाने को कहें, घरवाले मरीज के लिए 2 यूनिट ब्लड लाये एक यूनिट कानपुर मेडिकल कालेज से दूसरा यूनिट लाइफ लाइन नाम की ब्लड बैंक से खरीदकर, दोनों यूनिट ब्लड में जमीन आसमान का अंतर था जिसे डॉक्टर ने चढ़ाने से इनकार कर दिया और दूसरा ब्लड लाने के लिए कहा, मरीज के बेटे का आरोप है कि प्राइवेट ब्लड बैंक का खून घटिया और दोयम दर्जे का है।

 

जिसकी जाँच में ब्लड का हीमोग्लोबिन मानक से कम मात्र 0.6 निकला जिसकी रिपोर्ट सोशल मीडिया में वायरल हो गयी वही मामले की शिकायत सीएम से लेकर पीएम तक ट्वीट कर की गई, जिसके बाद जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में डीएम ने एसीएम 6 और कार्डियोलॉजी निदेशक को जांच के आदेश दिए हैं।

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घटिया व दोयम दर्जे का खून देना ब्लड बैंक को महंगा पड़ा।

कौशलपुरी निवासी आदर्श मिश्रा के पिता मनोज मिश्रा कैंसर से पीड़ित है उनका हर 6 माह में हीमोग्लोबिन कम हो जाता है। जिससे उन्हें ब्लड चढ़वाना पड़ता है आदर्श के अनुसार बीती 13 नवम्बर को उसने अपने पिता को ब्लड चढ़वाने लाजपतनगर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया जहाँ डॉक्टर ने 2 यूनिट ब्लड लाने के लिए कहा लेकिन आदर्श के पास ब्लड डोनर एक होने के कारण उसे एक यूनिट ब्लड तो कानपुर मेडिकल कालेज की ब्लड बैंक से एक्सचेंज में मिल गया और दूसरा यूनिट ब्लड उसने सर्वोदय नगर स्थित लाइफ लाइन ब्लड बैंक से 22 सौ रुपये में खरीद कर लाया जिसे डॉक्टर ने घटिया खून देने की बात कहकर दूसरा ब्लड लाने की हिदायत दी।

 

बकौल आदर्श जब उसने प्राइवेट ब्लड बैंक से दिए गए खून की जांच कराई तो वह दोयम दर्जे का निकला। सुनवाई नहीं होने पर आदर्श ने सीएम से लेकर पीएम तक को ट्वीट किया। इसके बाद डीएम ने तत्काल एससीएमओ, ड्रग इंस्पेक्टर, एसीएम पष्ठम और अन्य की टीम पैथोलॉजी भेजी गई।

टीम ने वहां पर जांच पड़ताल की है। डीएम विशाख जी ने पुष्टि की कि एक ट्वीट पर एसीएम 6 व कार्डियोलॉजी निदेशक को जांच दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। बकौल आदर्श मामला सोशल मीडिया में वायरल होने की जानकारी मिलते है ब्लड बैंक से उनके पास कई कॉल आये और उसे धमकाया भी गया।

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