
अब खालिस्तानी आतंकी की धमकीके बाद सुरक्षा-व्यवस्था को पहले से भी ज्यादा दुरूस्त कर दिया गया है।खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अयोध्या राम मंदिर पर हमले की धमकी दी है. उसने कहा है कि 16 और 17 नवंबर को अयोध्या के राम मंदिर में हिंसा होगी. बताया जा रहा है कि पन्नू ने यह वीडियो कनाडा के ब्रैम्पटन में रिकॉर्ड किया है।
By- Network Today
Published: 13 Nov 2024, 12:17 PM IST
नई दिल्ली /यूपी। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर को 16-17 नवंबर को बम से उड़ाने की धमकी दी। उसने वीडियो मैसेज करके यह धमकी दी, जिसके बाद पूरे अयोध्या को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। मंदिर समेत पूरे शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई है। हालांकि, यह कोई पहली बार नहीं है जब आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी है, इससे पहले भी वो इस तरह की धमकी दे चुका है।
पन्नू की धमकी के बाद एसपी ने पूरे अयोध्या का निरीक्षण कर सभी संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया, जो मौजूदा समय में सभी गतिविधियों पर पैनी निगाहें बनाए हुए हैं। उधर, इस धमकी के संबंध में जब राम मंदिर पर तैनात रहने वाले अधिकारियों से सवाल किया गया, तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
अयोध्या में वैसे भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम रहते हैं। हर समय वहां पर सुरक्षाबलों की तैनाती बड़ी संख्या में रहती है। लेकिन, अब खालिस्तानी आतंकी ने इस मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी है, जिसके बाद सुरक्षा-व्यवस्था को पहले से भी ज्यादा दुरूस्त कर दिया गया है। अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में भारी सुरक्षाबलों के बीच ही श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर प्रवेश करने की इजाजत दी जाती है।

अयोध्या रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने कहा, “खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का धमकी भरा वीडियो सामने आने के बाद पूरे अयोध्या के सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई। सभी संवेदनशील स्थानों पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया, ताकि हर गतिविधियों पर निगरानी रखी जा सके।

” उन्होंने कहा, “धमकी के संबंध में जो वीडियो सामने आया है, उसकी सत्यता की जांच की जा रही है, ताकि इस बात की पुष्टि की जा सके कि इस धमकी में कितनी सच्चाई है, क्योंकि आमतौर पर देखा जाता है कि कई बार लोगों के बीच खौफ पैदा करने के मकसद से भी इस तरह की झूठी धमकियां दी दे जाती हैं, तो ऐसी स्थिति में वीडियो की सत्यता की जांच करना जरूरी हो जाता है।”
भारत ने अब तक क्या-क्या किया?
पिछले साल जब अमेरिका की तरफ से भारत पर पन्नू की हत्या की साजिश रचने का इल्जाम लगाया था तो इसकी जांच के लिए एक हाईलेवल कमेटी बनाई गई थी. कमेटी की जांच रिपोर्ट में कहा गया था कि जो लोग पन्नू की हत्या साजिश रच रहे थे, उनका भारत सरकार से कोई लेना-देना नहीं था.
कौन है ये खालिस्तानी पन्नू?
गुरपतवंत सिंह पन्नू. पंजाब में पैदा हुआ. पढ़ाई भी यहीं से की. अभी विदेश में है. कभी कनाडा तो कभी अमेरिका में रहता है. उसके पास इन दोनों देशों की नागरिकता है. बाहर से ही भारत में आतंकी हमले करने की धमकी देता है.
भारत के एक डोजियर के मुताबिक, 1947 में बंटवारे के बाद पन्नू का परिवार पाकिस्तान से अमृतसर के खानकोट गांव आ गया था. पन्नू का जन्म 14 फरवरी 1967 को हुआ था. पन्नू के पिता पंजाब में एक कंपनी में काम करते थे. उसका एक भाई भी है, जो विदेश में ही रहता है. उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है.
पन्नू ने चंडीगढ़ की पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की है. वो अमेरिका में अभी वकालत कर रहा है. पन्नू ने साल 2007 में ‘सिख फॉर जस्टिस’ संगठन बनाया था. जुलाई 2020 में भारत ने पन्नू को आतंकी घोषित किया था. पन्नू आईएसआई की मदद से खालिस्तान की मुहिम चला रहा है.
डोजियर से पता चलता है कि पन्नू सिर्फ खालिस्तान ही नहीं बनाना चाहता है, बल्कि वो उर्दूस्तान बनाने की ख्वाहिश भी रखता है. पन्नू भारत को अलग-अलग टुकड़ों में बांटकर कई देश बनाना चाहता है. वो धार्मिक आधार पर बंटवारा करना चाहता है. पन्नू मुसलमानों को बहला-फुसलाकर एक मुस्लिम देश बनाना चाहता है, जिसका नाम वो ‘डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ उर्दूस्तान’ रखना चाहता है. इसके अलावा वो कश्मीर के लोगों को भी भड़का रहा है ताकि कश्मीर को भारत से अलग किया जा सके.
सिख फॉर जस्टिस संगठन का मुखिया पन्नू भारत का वांटेड आतंकी है. पूरे देशभर में उसके खिलाफ 16 केस दर्ज हैं. दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड में खालिस्तानी मूवमेंट को लेकर उस पर ये केस दर्ज किए गए हैं.

आपके बतादे की अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी।
खालिस्तानी आतंकी और सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने नया वीडियो जारी कर अयोध्या में राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी है। मीडिया रिपोर्ट्स में इसका दावा किया गया है। वीडियो में वह राम मंदिर को निशाना बनाने की बात कह रहा है।
साथ ही पन्नू ने कनाडा में भारतीय मूल के हिंदू सांसद चंद्र आर्य को भी धमकी दी है। पन्नू ने वीडियो जारी कर कहा कि 16 और 17 नवंबर को अयोध्या के राम मंदिर में हिंसा होगी।नेटवर्क टुडे डॉट इन इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता।
आतंकी पन्नू ने वीडियो में यह भी कहा कि हम हिंदुत्ववादी विचारधारा की जन्मस्थली अयोध्या की नींव हिला देंगे। वीडियो में पन्नू ने देश के कई हिंदू मंदिरों की तस्वीरें शामिल की हैं, जिनमें अयोध्या का राम मंदिर भी है। इस वीडियो को एक बड़े खतरे के तौर पर देखा जा रहा है।
आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो जारी कर अयोध्या के राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी।
वीडियो में पन्नू बोला- कनाडा के प्रति ईमानदार रहो या देश छोड़ दो
आतंकी पन्नू ने वीडियों में कहा- भारतीय मूल के कई कनाडाई PM मोदी की विचारधारा पर चलते हैं। साथ ही कनाडाई सांसद चंद्र आर्या हिंदू आतंकवाद का चेहरा हैं। आप कनाडा के प्रति ईमानदार रहो या फिर कनाडा की धरती छोड़ दो। कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो और कनाडा पुलिस (RCMP) पहले ही कह चुकी है कि प्रो खालिस्तानी सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या भारत ने करवाई है। इसमें भारतीय डिप्लोमेट्स का हाथ था।
मंदिर को उड़ाने की पहले भी मिल चुकी है धमकी
22 अगस्त 2024- श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के हेल्प डेस्क मोबाइल नंबर पर वॉट्सऐप के माध्यम से धमकी दी गई थी। धमकी भरे संदेश में लिखा गया, ‘बहुत जल्द वे मंदिर को नष्ट कर देंगे और मस्जिद बनाएंगे…, मंदिर को 4000 किलो आरडीएक्स से नष्ट कर दिया जाएगा…।’ इस मामले में यूपी एटीएस ने 14 सितंबर को बिहार के भागलपुर से मोहम्मद मकसूद नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया था। प्रारंभिक पूछताछ में मकसूद राम मंदिर निर्माण से गुस्सा था।
28 मई 2024- पहले एक आईडी से इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गई। फिर 112 पर कॉल आई। राम मंदिर को उड़ाने की धमकी मिलते ही पुलिस ने साइबर एक्सपर्ट और सर्विलांस टीम को तुरंत एक्टिव किया। दहशत न फैले, इसलिए पुलिस ने अंदरखाने जांच की। जांच में धमकी देने वाले की लोकेशन कुशीनगर की निकली। पुलिस ने धमकी देने वाले बलुआ तकिया क्षेत्र के रहने वाले एक 16 साल के किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरुआती जांच में पता चला कि नाबालिग मानसिक तौर पर स्वस्थ नहीं है।