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जी20 शिखर सम्मेलन में अफ़्रीकन यूनियन स्थायी सदस्य के रूप में शामिल हुआ , PM मोदी ने गले लगाकर किया जोरदार स्वागत

अब G20 होगा G21

नई दिल्ली, 9 सितंबर 2023, Network Today

अफ़्रीकन यूनियन को जी20 में स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने के ऐलान के बाद पीएम मोदी ने अफ्रीकी यूनियन के अध्यक्ष अजाली असौमनी को गले लगाकर बधाई दी.
अफ़्रीकन यूनियन को जी20 में स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है.

G20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन हुए सेशन में पीएम नरेंद्र मोदी ने अफ्रीकन यूनियन को आधिकारिक रूप से जी-20 ग्रुप में शामिल किए जाने का ऐलान किया. पीएम मोदी ने कहा कि सभी की सहमति के साथ अफ़्रीकन यूनियन G20 का स्थायी सदस्य बनने जा रहा है. पीएम के इस ऐलान के बाद पूरा भारत मंडपम तालियों से गूंज उठा.वहां बैठे सभी नेताओं ने तालिया बजाकर इस कदम का स्वागत किया.

जी20 में अफ़्रीकन यूनियन बना स्थायी सदस्य

अफ़्रीकन यूनियन को जी20 में स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने के ऐलान के बाद पीएम मोदी ने अफ्रीकी यूनियन के अध्यक्ष अजाली असौमनी को गले लगाकर बधाई दी. पीएम मोदी के ऐलान के बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर अफ्रीकी यूनियन के अध्यक्ष अजाली असौमनी को साथ लेकर आए थे

अजाली असौमनी को खास अंदाज में बधाई

बता दें कि यूरोपियन संघ के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए कहा था कि भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित अफ्रीकी संघ की जी20 सदस्यता को यूरोपियन यूनियन का समर्थन है. भारत सरकार के इस प्रस्ताव का मिशेल ने स्वागत किया था. पीएम मोदी के ऐलान के बाद अफ्रीकी यूनियन अब औपचारिक रूप से जी20 का स्थायी सदस्य बन गया है. इसके साथ ही पीएम ने अजाली असौमनी को गले लगाकर बधआई दी.

55 देशों वाला अफ्रीकी यूनियन अब जी20 का स्थायी सदस्य

बता दें कि जी20 अंतरसरकारी मंच है, जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं. पीएम मोदी ने 55 देशों वाले अफ्रीकी संघ को जी20 का स्थायी सदस्य बनाए जाने को लेरशिखर सम्मेलन से 3 महीने पहले चिट्ठी लिखी थी. अब अफ्रीकी यूनियन सथायी तौर पर जी20 में शामिल हो गया है.

भारत ने स्थायी सदस्यता देने का प्रस्ताव रखा

भारत ने अफ़्रीकी संघ को G20 की स्थाई सदस्यता देने का प्रस्ताव रखा। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा मानना है कि इस पर सभी की सहमति है। उन्होंने औपचारिक घोषणा करते हुए कहा कि हर किसी की सहमति से, मैं अफ्रीकी संघ प्रमुख से स्थायी जी20 सदस्य के रूप में अपनी सीट लेने का अनुरोध करता हूं। अफ़्रीकी संघ के शामिल होने के बाद G20 सभा का नाम बदलकर G21 किये जाने की उम्मीद है। हाल के वर्षों में रूस-यूक्रेन संघर्ष पर गहरे मतभेदों के कारण जी20 सदस्यों के बीच आम सहमति बनाना कठिन हो गया है। वैश्विक दक्षिण के इस प्रमुख गुट को विश्व की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के विशिष्ट समूह में लाने के इस प्रस्ताव को खूब सराहा गया।

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