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कानपुर में जाजमऊ सिद्धनाथ मंदिर रोड स्थित एक टेनरी पर कब्जे को लेकर एक ही परिवार के दो सदस्य और उनके समर्थक आमने सामने आ गए। पुलिस के सामने जमकर लाठियां चली और पथराव हुआ। दो गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। जिसमें से एक गाड़ी को मौके पर पलटा दिया गया। रात में भारी संख्या में पुलिस फोर्स को मौके पर तैनात कर दिया गया है। मौके पर आरआरएफ (रेपिड रिस्पांस फोर्स) को भी तैनात किया गया। देर रात डीसीपी ईस्ट ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।

चकेरी के जाजमऊ केडीए निवासी निवासी शालीमार टेनरी के मालिक नौशाद की 3 साल पहले कोरोना की चपेट में आने से मौत हो गइ थी। जाजमऊ 150 फिट रोड पर शालीमार टेनरी है। इसपर कब्जे को लेकर बुधवार देर रात चाची और भतीजे आमने सामने आ गए। एक पक्ष से सपा तो दूसरे पक्ष से भाजपाई एकत्रित हो गए।

पुलिस की मौजूदगी में बातचीत विवाद में और फिर हिंसक घटना में बदल गई। दोनों तरफ से लोगों में जमकर मारपीट हुई। टेनरी के अंदर खड़ी दो कारों में तोड़फोड़ की गई। मारपीट में 10 लोग घायल हो गए।
इस दौरान उपद्रवियों ने राहगीरों की भी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। जिन्हें पुलिस ने क्त्रस्ेन की मदद से हटाया। बवाल की सूचना पर एडीसीपी पूर्वी राहुल मिठास ,एसीपी कैंट एम शेखर पाठक, चकेरी इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह और जाजमऊ थाना प्रभारी पवन कुमार समेत कई थानों व आरएएफ पर पहुंचा। जिसके बाद पुलिस ने टेनरी में पुलिस ने अपना ताला लगा दिया। घटना के बाद टेनरी मालिक की पत्नी शहनाज जहां ने तहरीर दी है। महिला पुलिस उन्हें सुरक्षा के लिहाज से अपने साथ ले गई।
इंस्पेक्टर चकेरी शैलेंद्र सिंह के मुताबिक टेनरी मालिक नौशाद की मौत के बाद उनकी पत्नी शहनाज टेनरी देख रही थी। मगर उन्होंने अपने भतीजे मोहम्मद आमिर और मोहम्मद नासिर को टेनरी किराए पर चलाने के लिए दे दी थी। जब टेनरी का काम अच्छा चलना लगा तब शहनाज ने उसे अपने भाई और भांजों को टेनरी सौंपने का निर्णय लिया। इसपर उनके भतीजों को आपत्ति थी। लिहाजा दोनों का मामला हाईकोर्ट पहुंचा। जहां पर इसकी सुनवाई जारी है।

एक ही परिवार में टेनरी के कब्जे को लेकर विवाद चल रहा है। उसी में इनकी आपस में मारपीट की घटना हुई है। मौके पर फोर्स तैनात कर दी गई है। तहरीर मांगी गई है। तहरीर मिलने के साथ ही रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। जिन लोगों के नाम पुलिस को दी गई तहरीर में नहीं आए और उनके घटना में शामिल होने के प्रमाण मिले तो उनके खिलाफ पुलिस खुद धारा 151 (शांति भंग) के तहत कार्रवाई करेगी। –
प्रमोद कुमार, डीसीपी ईस्ट
सपा-भाजपा के समर्थकों के पहुंचने के बाद शुरू हो गया बवाल
जाजमऊ में टेनरी पर कब्जे को लेकर हुआ विवाद तो बुधवार दोपहर से ही शुरू हो गया था, लेकिन माहौल रात को तब और बिगड़ गया जब सपा और भाजपा के समर्थक पहुंच गए। दोनों पक्षों के समर्थकों ने एक-दूसरे को देखते ही मारपीट शुरू कर दी। देखते ही देखते पथराव और तोड़फोड़ होने लगी।
भतीजों को किराये पर दी गई टेनरी को वापस लेने की गुहार लेकर शहनाज जहां बुधवार दोपहर को थाने पहुंची थीं। इसके बाद दोनों बच्चों में गहमागहमी हुई थी लेकिन पुलिस ने मामले को हल्के में लिया और दोनों पक्षों को थाने से चलता कर दिया। रात को दोबारा मामला बढ़ा तो शहनाज ने सपा समर्थकों को बुला लिया। उनके भतीजों ने भाजपा समर्थकों को बुला लिया। इसके बाद दोनों पक्षों से करीब 50-50 समर्थक एकजुट हो गए और बवाल शुरू हो गया।
मुस्लिम लॉ के अनुसार परिजन चाहते हैं मालिकाना हक
शहनाज के देवर सज्जाद ने बताया कि वे चार भाई थे। सबसे बड़े दिलशाद, इसके बाद इरशाद, फिर नौशाद थे। उन्हें छोड़कर सभी का निधन हो गया है। दो भाइयों के बच्चे नहीं हैं। उन्होंने बताया कि मुस्लिम लॉ बोर्ड के अनुसार वारिस न होने की हालत में संपत्ति पर परिवार के अन्य के लोगों का अधिकार होता है। इसके अनुसार बड़े भाई नौशाद की मौत के बाद संपत्ति के हकदार सभी तीन भाई के परिजन हैं।
लेकिन भाभी शाहनाज इस संपत्ति को अपने भाई और भांजे को देना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि भाई के बैंक में जमा करीब ढाई करोड़ रुपये भी उन्होंने निकाल लिए हैं। बेगमगंज का मकान, केडीए के ग्रीन हाउस स्थित 200 गज का प्लाट, बंथर उन्नाव में स्थित फैक्ट्री भी बेचना चाहती हैं। लेकिन उन्होंने इन सभी पर मुस्लिम लॉ बोर्ड में वाद दाखल कर रखा है।
साभार – अमर उजला