
कानपुर में शनिवार रात हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई। इनमें 13 महिलाएं और 13 बच्चे हैं। ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब में गिर गई थी, उसमें 45 लोग सवार थे। ये लोग उन्नाव के चंद्रिका देवी मंदिर से मुंडन संस्कार के बाद कानपुर लौट रहे थे। सभी कोरथा गांव के रहने वाले थे।
ट्रैक्टर ड्राइवर ने शराब पी थी और मना करने के बावजूद वह गाड़ी चला रहा था। मुंडन भी उसी के बच्चे का था। इस हादसे में वह बच गया है और फरार है।
कोरथा में परिजनों से मिल रहे योगी
सीएम योगी घाटमपुर इलाके के कोरथा गांव पहुंचे हैं। वहां उन्होंने हादसे में मरने वालों के परिजनों से मुलाकात कर रहे हैं। हालांकि उनके पहुंचने से पहले गांव से 26 अर्थियां उठ चुकी थीं। 13 बच्चों के शव दफनाए जा रहे हैं। जबकि 13 लोगों की चिताएं जलाई जा रही हैं।
योगी ने कहा- परिजनों को 4-4 लाख का मुआवजा
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ कानपुर के हैलट अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायलों से बातचीत की। सीएमओ ने सीएम योगी को बताया कि मरीजों में कोई गंभीर नहीं है। मरीजों से मुलाकात के बाद सीएम योगी ने कहा- ब्लैक स्पॉट को खत्म करने के लिए NHAI और PWD विभाग के अफसरों को कहा गया है। मरने वालों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। आगे हादसा न हो, इसके लिए अवेयरनेस कैंप चलाए जाएंगे।
- लोगों से अपील करते हुए एक कहा- ट्रैक्टर ट्रॉली का इस्तेमाल कृषि कार्यों के लिए करें।
- केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति भी गांव पहुंचीं। एक साथ इतनी लाशों को देखकर वो रो पड़ीं। उन्होंने महिलाओं को ढांढस बंधाया।
- मंत्री राकेश सचान गांव पहुंचे, तो कुछ लोगों ने उनसे शिकायत की। इलाज और मुआवजा को लेकर उन्होंने लोगों को आश्वासन दिए।
- गांव में मातम देखकर बुजुर्ग महिला की हालत बिगड़ गई। उन्हें एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया।
थानेदार समेत 5 सस्पेंड, वजह लापरवाही
एडीजी भानु भाष्कर ने साड़ थाना प्रभारी आनंद पांडेय समेत 4 PRV जवानों को लापरवाही के चलते सस्पेंड कर दिया है। हादसे की मजिस्ट्रियल जांच होगी। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद भी ये लोग सही समय पर नहीं पहुंचे। लोगों ने प्रशासन पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि एंबुलेंस देरी से पहुंचीं। अगर समय पर पहुंचती तो कुछ लोगों की जान बच सकती थी।