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कानपुर। जिले के सचेंडी थाना क्षेत्र स्थित दूल गांव में शुक्रवार देर रात उस वक्त हड़कंप मच गया जब जहरीली शराब पीने से 5 ग्रामीणों की मौत हो गई है। वहीं, आधा दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों को अलग-अलग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जिसमें से 5 ग्रामीणों की हालत गंभीर बनी हुई है और उनकी आंखों की रोशनी चली गई और दिमाग ने काम करना बंद कर दिया है।जहरीली शराब से मौत की सूचना जब जिला प्रशासन को हुई तो डीएम, एसएसपी, आबकारी कमिश्नर समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पंहुची। देशी शराब ठेके को बंद कर सीज कर दिया गया है वहीं, आबकारी इंसपेक्टर को निलंबित कर किया गया है।
देशी शराब ठेके से शराब पी वह बीमार पड़ गया। देर रात शराब पीने वालों को उल्टियां शुरू हो गईं और आंखों से दिखना बंद हो गया। एक दर्जन से अधिक लोगों को अलग-अलग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
शनिवार सुबह रिटायर्ड दरोगा रामजीवन और राजेंद्र कुमार की मौत हो गई। वहीं, उमेश यादव व रामसजीवन की उपचार के दौरान हास्पिटल में मौत हो गई। चारों मृतक अलग-अलग गांव के रहने वाले हैं।
मौके पर पहुंचे डीएम सुरेन्द्र सिंह ने स्वस्थ्य विभाग की टीम को तैनात किया है।
ठेका खुलने का समय दोपहर 12 से रात 10 बजे तक का है। मगर इस ठेके के बंद होने के बावजूद सुबह छह बजे से चोर दरवाजे से शराब बिकने लगती है।
सीएम ने किया मुआवजे का एलान
देशी शराब का ठेका शिव बालक सिंह यादव का था जिसे सीज कर दिया गया है। ठेके में नमकीन व पानी को जांच के लिए भेजा गया है। गंभीर रूप से बीमारों को हैलट अस्पताल रेफर किया गया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिवार को 2 लाख रुपये व बीमार ग्रामीणों को 50 हजार रुपये देने की बात कही है।
जहरीली शराब से मौतों की वजह से गांव में तनाव का माहौल है। जिसको ध्यान में रखते हुए पीएसी व आधा दर्जन से अधिक थानों की फोर्स को तैनात किया गया है।