
कानपुर। सीसामऊ विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी सलिल विश्नोई ने अपना आज का जनसम्पर्क विभिन्न अपार्टमेंटों से शुरू किया। इसके उपरांत सलिल विशनोई ने शाम को लुधौरा, कर्नलगंज के आस-पास के क्षेत्रों में जनसंपर्क किया। चंद्रिकादेवी चौराहा के निकट हलीम रोड पर साहू समाज की बैठक की , ज्ञान वेजिटेरियन, जीटी रोड और बन्नू बिरादरी धर्मशाला, कौशलपुरी में सिख समाज की बैठक में भाग लिया।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुये सलिल विश्नोई ने कहा कि सपा सरकार में दंगे बहुत होते थे। अपनी सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र का एक भाग भी इन दंगों से बहुत अधिक प्रभावित रहता था। इस कारण यहां हमेशा सुरक्षाबलों को तैनात रखना पड़ता था। योगी जी की सरकार आने के बाद स्थितियां तेजी से बदली हैं। अब सीसामऊ विधानसभा का कोई हिस्सा दंगा प्रभावित नहीं है। कहीं हमेशा के लिए सुरक्षाबल तैनात करने की जरूरत नहीं पड़ती। कानपुर में सीएए कानून के विरोध में कई लोगों ने हिंसक प्रदर्शन किए थे। उन सभी की संपत्तियां जब्त कर उनसे हर्जाना वसूला गया है। 84 के सिख दंगों के घाव भी हमने झेले हैं। इस नरसंहार के दोषियों को सजा मिलने के लिए गंभीरतापूर्वक प्रयास योगी जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने ही किया है। 10 मई को जब उत्तर प्रदेश में फिर भाजपा सरकार बनेगी, तब चिन्हित किए गए आरोपियों को उनके अपराध के आधार पर सजा मिलने की प्रक्रिया और तेज हो जाएगी। उत्तर प्रदेश में अब कोई इस तरह के नरसंहार के बारे में सोच भी नहीं सकता क्योंकि उसे पता है ऐसा कर उसके लिए बच पाना अब संभव नहीं होगा। उसे उसके कर्मों की ऐसी सजा मिलेगी, जो सभी दंगाइयों की रूह को भी कपा देगी।
कार्यक्रमों में प्रमुख रूप से सुजीत सिंह चंदेल, गुरुबिंदर सिंह छाबड़ा, धीरज साहू, डॉ. राम आसरे साहू, वीरेंद्र श्रीवास्तव, आदित्य कुमार द्विवेदी, राजेंद्र दुबे, सूरज मिश्रा, परमजीत सिंह पम्मी, दिलीप सिंह चंदेल, राकेश पासवान, रविराज राजपूत व हेमराज राजपूत , ऋचा सक्सेना आदि उपस्थित रहे।